फेसबुक पर विदेशी लड़कियों से दोस्ती कर फंसे, लुटाए करोड़ों रुपए
उन्होंने रोते हुए बताया वह सरकारी विभाग से रिटायर्ड हैं और बेटे-बहू से अलग रहते हैं।
इंदौर, नईदुनिया। प्रतिनिधि विदेशी लड़कियों से दोस्ती और ऑनलाइन चैटिंग के चक्कर में संभ्रांत परिवारों के पांच बुजुर्गो ने एक करोड़ रुपए से अधिक गवां दिए। परिवार और समाज में बदनामी के डर से किसी को बताया भी नहीं। रुपए की मांग और झूठे केस में फंसाने की धमकियां मिलीं तो परेशान होकर पुलिस की शरण में जाना पड़ा।
जांच में खुलासा हुआ कि गिरोह में लंदन, दिल्ली, कोलकाता के ठग शामिल हैं। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक शुक्रवार को पलासिया क्षेत्र निवासी 65 वर्षीय एक बुजुर्ग अपने पोते के साथ पहुंचे।
उन्होंने रोते हुए बताया वह सरकारी विभाग से रिटायर्ड हैं और बेटे-बहू से अलग रहते हैं। उन्हें फेसबुक पर चैटिंग का शौक है। करीब तीन माह पूर्व एंजिला नामक युवती की फ्रैंड रिक्वेस्ट आई थी। उन्होंने एंजिला की रिक्वेस्ट स्वीकार ली और दोनों चैटिंग करने लगे।
एंजिला ने मुझसे गिफ्ट भेजने का वादा किया और एड्रेस ले लिया। कुछ दिनों बाद दिल्ली से कस्टम और एयरपोर्ट ऑफिसर के कॉल आने लगे। उन्होंने कहा एंजिला का पार्सल मिला है, उसमें विदेशी मुद्रा है। पार्सल छु़ड़ाने का झांसा देकर मुझसे 10 लाख रुपए ठग लिए।
बदनामी के भय से मैंने बेटे-बहू को भी घटना नहीं बताई। डीआईजी के मुताबिक पुलिस ने जब ऐसे मामलों की छानबीन की तो पता चला पिछले पांच महीनों में 5 बुजुर्गो से दोस्ती कर ठग 1 करो़ड़ रुपए से अधिक ठग चुके हैं। सभी में लंदन, दिल्ली व कोलकाता के युवक-युवतियों का हाथ है।
जन्मदिन-एनिवर्सरी पर गिफ्ट का देती हैं झांसा
ठगी की शुरुआत फेसबुक पर दोस्ती से की जाती है। विदेशी युवती के चक्कर में बुजुर्ग उनसे व्यक्तिगत बातें भी शेयर कर लेते हैं। ठग युवती जन्मदिन या शादी की वर्षगांठ पर ज्वेलरी, महंगा मोबाइल, विदेशी कपड़े सहित गिफ्ट भेजने का प्रलोभन देती है। कुछ दिनों बाद गिरोह से जुड़ी युवती और युवकों के कॉल आने लगते हैं। वो दिल्ली व मुंबई एयरपोर्ट और कस्टम अधिकारी बताकर बात करते हैं।
पार्सल में लाखों की ज्वेलरी और विदेशी मुद्रा बताकर टैक्स मांगते हैं। लालच में बुजुर्ग रुपए जमा करवा देते हैं। एक बार रुपए मिलने पर ठग विदेशी मुद्रा मंगवाने के आरोप में फंसाने की धमकी देकर लाखों रुपए वसूल लेते हैं।
समाज सेविका से 43 लाख रुपए ठगे
डीआईजी के मुताबिक करीब पांच मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया है, जिसमें सायबर एक्सपर्ट शामिल हैं। अफसरों ने बताया कि गिरोह में दिल्ली और कोलकाता के ठग भी हैं। उन्होंने पिछले दिनों 75 वर्षीय समाज सेविका से भी इसी तरह 43 लाख रपए ठगे थे। 40 खातों की जांच, बैंक अफसरों पर शक पुलिस के मुताबिक बदमाश रपए खातों में जमा करवाते हैं। रुपए जमा होने के कुछ देर बाद निकाल लिए जाते हैं। प्रारंभिक जांच में करीब 40 संदिग्ध खातों की जानकारी मिल चुकी है। पुलिस बैंक अधिकारी, गारंटर की जांच कर रही है।
यह भी पढ़ें: प्रेमिका ने ठुकराया तो सब्जार बन गया आतंकी, पढ़ें पूरी कहानी