भूकंप से फिर तबाही, नेपाल में 57, भारत में 50 की मौत
अप्रैल में आए भूकंप के 17 दिन बाद मंगलवार को फिर हिमालयन थर्स्ट फाल्ट में हलचल से नेपाल और अफगानिस्तान में एक साथ भीषण भूकंप आया। इसने नेपाल व भारत समेत दक्षिण एशिया के छह देशों को हिलाकर रख दिया। नेपाल तो मात्र दो घंटे में भूकंप के लगातार आठ
नई दिल्ली। अप्रैल में आए भूकंप के 17 दिन बाद मंगलवार को फिर हिमालयन थर्स्ट फाल्ट में हलचल से नेपाल और अफगानिस्तान में एक साथ भीषण भूकंप आया। इसने नेपाल व भारत समेत दक्षिण एशिया के छह देशों को हिलाकर रख दिया। नेपाल तो मात्र दो घंटे में भूकंप के लगातार आठ झटकों से थर्रा उठा। नेपाली गृहमंत्रालय के अनुसार वहां 65 लोगों की मौत हुई और 1117 से अधिक घायल हो गए। वहीं, नेपाल में आए भीषण भूकंप का भारत में भी व्यापक असर दिखा। यहां भूकंप में 50 लोगों ने जान गंवाई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए।
अफगानिस्तान में भी करीब साढ़े बारह बजे 6.9 रिक्टर स्केल का भूकंप आया। इससे म्यांमार, बांग्लादेश व पूर्वोत्तर भारत तक खासे प्रभावित हुए। नेपाल में चीन से लगी सीमा के पास भूकंप का केंद्र था। इसकी तीव्रता 7.3 रही। भूकंप प्रभावित छह देश नेपाल, भारत, चीन, म्यामांर, बांग्लादेश और अफगानिस्तान रहे।
चीन के तिब्बत इलाके में विशाल चïट्टानें टूटकर गिरने से कई मकान दब गए। एक कार पर चट्टान गिरने से एक आदमी की मौत हुई है। कुछ समय के लिए काठमांडू हवाई अड्डे को बंद करना पड़ा। छह अमेरिकी नौसैनिकों और दो नेपाली जवानों समेत एक अमेरिकी सैन्य हेलीकाप्टर भी लापता है। यह राहत और बचाव कार्य में लगा था। भारतीय वायुसेना का राहत कार्य भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में जोरशोर से चल रहा है। इन इलाकों में भारतीय हेलीकाप्टरों ने 55 फेरे लगाकर करीब सौ लोगों की जान बचाई है।
नेपाल में इमारतें गिरने से सबसे अधिक दोलाखा में 19 लोगों की जान गई। सिंधुपाल चौक में पांच, काठमांडू में चार, सिंधुली में एक, ललितपुर में एक, सुंसरी, राठौत, धनुसा और सरहिला में भी एक-एक मौत हुई। नेपाल के गृह मंत्रालय की प्रवक्ता लक्ष्मी प्रसाद धकल ने कहा कि मरने वालों की तादाद और बढ़ सकती है।
भूकंप से नेपाली संसद में भगदड़ मच गई। बिजली और संचार सेवाएं भी ध्वस्त हो गईं। दहशत में लोग खुले में शरण लिए हैं। पिछली बार जिन मकानों में दरारें थींं, उनमें से कई गिर गए। पिछली बार 25 अप्रैल को आए भूकंप में नेपाल में 8000 लोगों की मौत हुई थी, 17000 से अधिक लोग घायल हुए थे।
भारत में भूकंप से 50 ने गंवाई जान
नेपाल में मंगलवार को आए भीषण भूकंप का देश में भी व्यापक असर दिखा और आपदा में 50 लोगों ने जान गंवाई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए। झटकों से बिहार में 42, उत्तर प्रदेश में सात व पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हो गई। बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में स्कूल में हुई भगदड़ से 15 छात्र घायल हो गए। राजधानी दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में झटके महसूस किए गए।
बिहार में मंगलवार को डेढ़ घंटे के भीतर आए सात झटकों ने कई मकानों को नुकसान पहुंचाया। पटना समेत प्रदेश के 15 जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए और अगले 24 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश सरकार ने आपदा की आशंका में इंटरमीडिएट तक के स्कूलों में बुधवार से ही ग्रीष्मकालीन छुट्टियों की घोषणा कर दी। इससे पहले 25 अप्रैल को आए भूकंप में राज्य के 130 लोगों ने जान गंवाई थी। प्रदेश सरकार ने पार्कों व मैदानों में शरण लेने वालों के लिए पर्याप्त व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है।
आपदा प्रबंधन विभाग प्रदेश में 10 सिसमोग्राफ लगाएगा। सबसे ज्यादा सीतामढ़ी में 8 व पूर्वी चंपारण में पांच लोग मरे हैं। उत्तरप्रदेश के कुशीनगर, संतकबीर नगर, देवरिया, आजमगढ़, गाजीपुर व बलिया में मकान ढहने से सात लोगों की मौत हो गई, जबकि बाराबंकी में छत ढहने से पांच लोग जख्मी हो गए। आगरा, बागपत, मेरठ सहित कई जिलों में झटके महसूस किए गए। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में भूकंप से घायल अथवा दहशत से बीमार 25 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। राजधानी दिल्ली में भूकंप से मेट्रो की सेवाएं कुछ देर के लिए बाधित रही। उत्तराखंड, ओडिशा, असम, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व राजस्थान में भी झटके महसूस किए गए।
नेपाल में आठ झटके :-
- पहला झटका दिन में 12:35 बजे : तीव्रता 7.3
- दूसरा झटका दिन में 12:48 बजे : तीव्रता 5.3
- तीसरा झटका दिन में 01:04 बजे : तीव्रता 6.3
- चौथा झटका दिन में 01:36 बजे : तीव्रता 5.0
- पांचवां झटका दिन में 01:43 बजे : तीव्रता 5.1
- छठा झटका दिन में 01:51 बजे : तीव्रता 5.2
-सातवां झटका दिन में 01:58 बजे : तीव्रता 5.0
-आठवां झटका दिन में 2:04 बजे : तीव्रता 4.1
अफगानिस्तान में भी भूकंप :-
-6.9 रिक्टर स्केल का दिन में 12.35 बजे
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