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स्वाति मालीवाल ने DCW कार्यालय से पूछा, 'क्यों हटाई नेमप्लेट'

नियुक्तियों को लेकर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल में टकराव के बीच दिल्ली महिला आयोग की नवनियुक्त अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के ट्वीट ने दिल्ली महिला आयोग कार्यालय को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। स्वाति ने कार्यालय से पूछा है कि उनकी नेमप्लेट क्यों हटाई गई।

By Sachin kEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2015 01:37 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2015 10:46 AM (IST)
स्वाति मालीवाल ने DCW कार्यालय से पूछा, 'क्यों हटाई नेमप्लेट'

नई दिल्ली। नियुक्तियों को लेकर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल में टकराव के बीच दिल्ली महिला आयोग की नवनियुक्त अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के ट्वीट ने दिल्ली महिला आयोग कार्यालय को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। स्वाति ने कार्यालय से पूछा है कि उनकी नेमप्लेट क्यों हटाई गई।

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ट्वीट के मुताबिक, उपराज्यपाल कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि स्वाति की नियुक्ति के संबंध में महिला आयोग को कोई फोन ही नहीं किया गया है। सुबह स्वाति ने ट्वीट कर कहा है कि वह आज दिल्ली महिला आयोग के दफ्तर जाएंगी और रोज की तरह अपना काम करेंगी।

स्वाति का यह भी कहना है कि तीन दिन से उपराज्यपाल से मुलाकात की कोशिश में हूं। आज भी प्रयास करूंगी कि मुलाकात हो जाए।

आज सुबह किए गए अपने ट्वीट में स्वाति ने आयोग के कार्यालय पर ही कई सवाल उठाए हैं। ऐसे में अब सवाल यह भी उठ रहा है कि आयोग के दफ्तर की ओर से यह क्यों कहा गया कि फोन किया गया था। सवाल यह भी है कि जब उपराज्यपाल कार्यालय से फोन ही नहीं आया, तो उनके कार्यालय ने उनकी नेमप्लेट क्यों हटाई? इसके अलावा उनसे फाइल ले ली गई और उनसे दफ्तर नहीं आने के लिए कहा।

नियुक्ति गैर कानूनीः उपराज्यपाल कार्यालय

अधिकारियों का कहना है कि चूंकि यह नियुक्ति उपराज्यपाल की अनुमति लिए बगैर की गई है, लिहाजा, पूरी तरह गैरकानूनी है। वहीं दिल्ली सरकार ने साफ कर दिया है कि उसका फैसला बिल्कुल दुरुस्त है। मालीवाल अपने पद पर बनी रहेंगी।

उधर, मालीवाल ने अपनी नियुक्ति को लेकर कहा कि इसमें मामूली गड़बड़ी है, जिसे ठीक कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने पद पर बनी रहेंगी, क्योंकि उप राज्यपाल की ओर से उन्हें कोई भी आदेश नहीं प्राप्त हुआ है।

इस मुद्दे पर दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संवैधानिक प्रावधानों व परंपराओं को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। इस मामले में पीछे हटने का सवाल ही नहीं है। उपराज्यपाल ने कुछ नया नहीं किया है। वे पहले भी ऐसा करते रहे हैं। उन्होंने संकेत दिए कि दिल्ली सरकार राजनिवास द्वारा दर्ज कराई गई आपत्तियों का कड़ा जवाब देगी।

परिमल राय से भी जवाब तलब
राजनिवास ने मालीवाल की नियुक्ति का आदेश जारी करने वाले समाज कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव परिमल राय से भी जवाब तलब किया है।

सेक्स वर्करों के बीच पहुंचीं मालीवाल
जबरन सेक्स की वजह से मानसिक संतुलन खो चुकी 35 वर्षीय सेक्स वर्कर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के सामने लाई गई तो वो हैरान रह गईं और भावुक हो गईं। दरअसल, नियुक्ति पर मचे घमासान के बीच बुधवार को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल अचानक जीबी रोड पहुंचीं। दिल्ली पुलिस, स्वयं सेवी संगठनों के साथ मालीवाल ने पांच घंटे में करीब 400 सेक्स वर्करों से मुलाकात की। मालीवाल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में स्त्री के शरीर को मंदिर बताया है। लेकिन देश की राजधानी के बीचों-बीच जीबी रोड में स्त्रियां नीलाम हो रही हैं। तस्करी के जरिए बाहरी राज्यों से युवतियों को यहां लाकर बेचा जा रहा है।

पढ़ेंः मालीवाल को दफ्तर आना मना है

दिल्ली में हुकूमत की जंग और तेज हो गई है। दिल्ली महिला आयोग की नई अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की नियुक्ति को खारिज करने से साफ इन्कार करते हुए अरविंद केजरीवाल सरकार ने उपराज्यपाल जंग को खुली चुनौती दे दी है। इससे पूर्व उपराज्यपाल कार्यालय ने सरकार को पत्र भेजकर मालीवाल की नियुक्ति को पूरी तरह अवैध करार दे दिया।


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