प्रेम की नगरी मथुरा में खून की होली, चार की हत्या
मथुरा में शनिवार देर रात भरतपुर के डीग कस्बे से काम करके टेंपों से लौट रहे लोगों को विशंभरा व मेहरोली गांव के बीच हथियारबंद लोगों ने गोलियों से भून डाला। टेंपो से एक-एक को गिरेबां पकड़कर उतारा और गोलियों की बौछार कर दी। चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। मौका पाकर अन्य लोग भाग गए। एक घायल जिला
लखनऊ। मथुरा में शनिवार देर रात भरतपुर के डीग कस्बे से काम करके टेंपों से लौट रहे लोगों को विशंभरा व मेहरोली गांव के बीच हथियारबंद लोगों ने गोलियों से भून डाला। टेंपो से एक-एक को गिरेबां पकड़कर उतारा और गोलियों की बौछार कर दी। चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। मौका पाकर अन्य लोग भाग गए। एक घायल जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। घटना के बाद पुलिस ने पूरे गांव को छावनी बना दिया। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। मामले में 12 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। गांव में अभी पीएसी तैनात है।
घटना थाना कोसी के मेहरौली गांव के पास शनिवार देर रात करीब 12-एक बजे की है। इसमें थाना शेरगढ़ के रहने वाले कुछ लोग डीग में काम करने जाते हैं। रात 15-16 लोग एक टेंपो से गांव विशंभरा लौट रहे थे। घटनाक्रम के अनुसार, विशंभरा और मेहरोली के बीच टेंपों को एक बुलेरो ने ओवरटेक करके रोक लिया। टेंपों के पीछे दो बाइक पर भी लोग सवार थे। टेंपो के रुकते ही बुलेरो सवार लोग भी उतर आए और उन्होंने हथियार तान लिए। टेंपो में सवार शमशु नामक व्यक्ति ने बताया कि ये लोग टेंपो से एक व्यक्ति को उतारते और फिर सड़क पर खड़ा कर गोलियों से भून देते। इसी तरह से चार लेगों को मौत के घाट उतारा गया। इसी बीच मौका पाकर टेंपो में सवार अन्य लोग भाग खडे़ हुए। एक व्यक्ति को भागते समय गोली लग गई। देर रात गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा इलाका थर्रा गया।
घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर भाग गए। इस घटना की जानकारी होते ही पुलिस के साथ ही आसपास के थानों की पुलिस भी घटनास्थल और गांव की ओर दौड़ पड़ी। एसएसपी अखिलेश कुमार मीणा सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। इस घटना से गांव विशंभरा में कोहराम मच गया। किसी भी स्थिति को भांपते हुये पुलिस ने गांव को छावनी बना दिया। पीएसी भी तैनात कर दी गई।
एसएसपी अखिलेश मीणा के अनुसार, मरने वालों के नाम मौसम पुत्र हल्ली, अजीज पुत्र लुकमान और मिज्जू व मुईन पुत्रगण जूरी हैं जबकि रसिया घायल हुआ है। इस मामले में शमशू की तहरीर पर 12 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। अभी तक एक भी आरोपी पकड़ में नहीं आया है। इस घटना के पीछे विशंभरा गांव में दो साल पहले डबल मर्डर का मामला है। इस दौरान विशंभरा निवासी खुर्शीद टकला और उसका भाई हक्को उर्फ हकमा को गोलियों से भून दिया गया था। गांव में खुर्शीद टकला और सईद प्रधान पक्षों के बीच रंजिश चली आ रही है। मृतक सईद प्रधान पक्ष के लोग हैं।