ग्लोबल युवा अर्थशास्त्रियों की सूची में चार भारतीय
ग्लोबल अर्थव्यवस्था को आकार देने वाले 45 वर्ष से कम उम्र के 25 अर्थशास्त्रियों की सूची में भारतीय मूल के चार अर्थशास्त्रियों ने जगह बनाई है। यह सूची अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आइएमएफ) ने तैयार की है। 'जेनरेशन नेक्स्ट' नाम की इस सूची में कहा गया कि ग्लोबल अर्थव्यवस्था के बारे में समझ पर आने वाले दशकों में अगली पीढ़ी के ये अ
वाशिंगटन। ग्लोबल अर्थव्यवस्था को आकार देने वाले 45 वर्ष से कम उम्र के 25 अर्थशास्त्रियों की सूची में भारतीय मूल के चार अर्थशास्त्रियों ने जगह बनाई है। यह सूची अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आइएमएफ) ने तैयार की है।
'जेनरेशन नेक्स्ट' नाम की इस सूची में कहा गया कि ग्लोबल अर्थव्यवस्था के बारे में समझ पर आने वाले दशकों में अगली पीढ़ी के ये अर्थशास्त्री सबसे ज्यादा प्रभाव रखेंगे। मुद्राकोष ने सूची पाठकों, चुनिंदा अर्थशास्त्रियों व शोध पत्रिकाओं के संपादकों से राय मशविरा कर बनाई है। यह सूची आइएमएफ की पत्रिका 'फाइनेंस एंड डेवलपमेंट' के सितंबर अंक में प्रकाशित हुई है। इस सूची के भारतीय मूल के अर्थशास्त्रियों में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से राज चेट्टी व गीता गोपीनाथ, मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पराग पाठक और शिकागो यूनिवर्सिटी से अमित सेरू के नाम शामिल हैं। इस सूची में ज्यादातर ऐसे अमेरिकी नागरिक हैं, जो फ्रांस, भारत, ऑस्ट्रेलिया व कनाडाई मूल के हैं। सूची में ब्रिटेन, रूस, अर्जेटीना व पाकिस्तानी मूल के अर्थशास्त्री भी शामिल हैं।
शानदार उपलब्धियां :
राज चेंट्टी : 35 वर्षीय राज ने महज 23 साल की उम्र में पीएचडी हासिल कर ली थी। उन्होंने टैक्स, शिक्षा, समान अवसर व बेरोजगारी बीमा के क्षेत्र में सरकारी नीतियों में सुधार पर शोध किया है।
गीता गोपीनाथ : 42 साल की गीता ने इंटरनेशनल मैक्रो इकोनॉमिक्स में अध्ययन किया है। उन्होंने विभिन्न देशों की मुद्रा के विनिमय व उनकी अंतरराष्ट्रीय दरों के मामले में गंभीर अध्ययन किया है।
पराग पाठक : 34 वर्षीय पाठक ने मैक्रो इकोनॉमिक्स में इंजीनिय¨रग दृष्टिकोण लागू करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका शोध बाजार के ढांचे, शिक्षा व शहरी अर्थव्यवस्था पर केंद्रित है।
अमित सेरू : सेरू 40 साल के हैं। उन्होंने वित्तीय मध्यस्थता व नियमन के साथ फर्म के भीतर और फर्मो के बीच संसाधनों के बंटवारे सहित कॉरपोरेट फाइनेंस पर खासा काम किया है।