अजूबा फूलः बहराइच की धरती पर खिले अनोखे फूल से लोग अचंभित
बहराइच जिले में घाघरा नदी के कछार की धरती से बैंगनीं रंग का अजूबा फूल निकला दिखाई दिया। इसे देख लोग अचंभित है। यह इंडोनेशिया के रिफलेशिया जैसा है।
बहराइच (जेएनएन)। घाघरा नदी के कछार स्थित मुरौव्वा गांव में धरती से बैंगनीं रंग का अजूबा फूल निकला दिखाई दिया। फूल देख लोग अचंभे में हो गए। मौके पर बड़ी संख्या में लोग इसे देखने के लिए जुट गए। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पहली बार ऐसा फूल देखा है। लोग फूल के आकार, रंग और आकृति को लेकर हैरत में हैं। कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि यह फूल इंडोनेशिया के रिफलेशिया जैसा है।
तस्वीरों में देखें-वट सावित्री यानी वट पूजन और सावित्री कथा
मुरौव्वा गांव घाघरा नदी से चंद कदम की दूरी पर स्थित है। गांव के मौजीलाल पुत्र काशीराम के दरवाजे पर लगे हैंडपंप के किनारे एक बैंगनी रंग का फूल दिखाई दिया। पहली बार ऐसा फूल देख ग्रामीणों में चर्चा का विषय बन गया। आसपास के गांवों के लोग भी इस अजूबा फूल को देखने के लिए उमड़ पड़े। यही नहीं ग्रामीणों ने इसे ईश्वर का वरदान समझ गणेश की प्रतिमा भी फूल के पास लाकर रख दी। पूजन-अर्चन भी शुरू कर दिया। गुड्डू, अब्दुल कादिर, ननकए, जानकी का कहना है कि इस तरह के फूल को उन्होंने पहली बार देखा है।
यह भी पढ़ें: तारीख के पलटते पन्नों में बिकराल होती सहारनपुर की हिंसा
ग्रामीणों ने बताया कि यह फूल धीरे-धीरे बड़ा आकार ले रहा है। फिलहाल धरती से निकले इस बैंगनी रंग के फूल को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. वीपी सिंह का कहना है कि फूल के रंग, आकृति व उसके आकार को देखने से यह प्रतीत होता है कि यह इंडोनेशिया में पाया जाने वाला रिफलेशिया फूल जैसा है। फिलहाल कछार में निकले इस फूल को लेकर अभी कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता।
यह भी पढ़ें: सहारनपुर को लेकर भिड़ीं भाजपा-बसपा, माया और केशव में आरोप प्रत्यारोप