Move to Jagran APP

गुजरात में उफान पर नदियां, सेना ने संभाला मोर्चा

गुजरात में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है। 12 इंच बारिश व रेल नदी के उफनने से डीसा व धानेरा में सैकडों लोग व पशु फंस गए हैं।

By Manish NegiEdited By: Published: Mon, 24 Jul 2017 06:09 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jul 2017 06:09 PM (IST)
गुजरात में उफान पर नदियां, सेना ने संभाला मोर्चा
गुजरात में उफान पर नदियां, सेना ने संभाला मोर्चा

अहमदाबाद, शत्रुघन शर्मा। गुजरात के सौराष्ट्र व दक्षिणी इलाकों में बाढ़ के हालात के बीच पश्चिमी राजस्थान में हुई जोरदार बरसात से उत्तर गुजरात में हालात बेकाबू हो गए हैं। राज्य में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है। 12 इंच बारिश व रेल नदी के उफनने से डीसा व धानेरा में सैकडों लोग व पशु फंस गए हैं। बीएसएफ, सेना, एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड के साथ वायूसेना भी राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं। राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने हेलीकॉप्टर में फूड पैकेट लेकर राहत कार्यों का जायजा भी लिया।

loksabha election banner

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर गुजरात में अगले दो दिन भारी बरसात की आशंका है, राजस्थान के जोधपुर, सिरोही व उदयपुर में 10 से 12 इंच बरसात के चलते उत्तर गुजरात के सैकडों गांवों में पानी भर गया है। डीसा में 12 इंच व माउन्ट आबू में 16 इंच बरसात के चलते उत्तर गुजरात की बनास, रेल नदी व कई नाले उफान पर हैं। केबिनेट मंत्री भूपेन्द्र सिंह चूडास्मा ने बताया कि भारी बारिश के अलर्ट के चलते जान माल की हानि को कम किया जा सका है, प्रशासन हालात से निपटने में पूरी तरह सक्षम है, बीएसएफ सेना के साथ वायुसेना भी बचाव कार्य में जुटी है। एक हेलीकॉप्टर राजस्थान से भी मंगाया गया है।

स्वास्थ्य राज्यमंत्री शंकरभाई चौधरी ने बताया कि नेशनल हाइवे तथा 24 स्टेट हाइवे बंद कर दिए गए हैं। सोमवार सुबह सौराष्ट्र के एक ही गांव से तीन सगर्भा महिलाओं को रेस्क्यू किया गया। डीसा व धानेरा में सोमवार सुबह से राहत कार्य शुरु कर दिए हैं, सैकडों लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया गया है। चौधरी सोमवार सुबह ही डीसा, धानेरा इलाके में पहुंचकर राहत बचाव कार्य में जुट गए थे। उन्होंने कहा समानांतर तीन नदियों के उफनने व गत वर्षों की अपेक्षा भारी वर्षा के चलते इलाके में बाढ़ जैसे हालात हो गए।

राजस्व सचिव पंकज कुमार ने बताया कि राहत व बचाव कार्य के लिए वायुसेना के 2 हेलीकॉप्टर बीएसएफ व सेना के 200 जवान तथा एनडीआरएफ की 12 टीमें गुजरात के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कार्यरत है। राज्य के 125 गांव बिजली से कट गये जबकि सैकडोंं गांवों की परिवहन सेवा बाधित हुई है। राज्य में अब तक मानसून की औसत 60 फीसदी बारिश हो चुकी है। स्टेट इमर्जेंसी कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्यरत है, सुबह सीएम रुपाणी ने खुद यहां आकर राज्य के हालात का जायजा लिया तथा आपदा प्रबंधन व राहत बचाव के काम में जुटी एजेंसियों के अधिकारियों से चर्चा की। डीसा के कांग्रेस विधायक का आरोप है कि चेतावनी के बाद भी लोगों के जान माल की रक्षा नहीं हुई, गांवों में सैकडों लोग व हजारों मवेशी बाढ़ के पानी में फंस गए हैं।

गुजरात सरकार ने राज्य में बाढ के हालात के चलते नर्मदा यात्रा को टाल दिया है, अब यह यात्रा अगस्त में निकाली जाऐगी। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल व भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी राज्य के 10 हजार गांवों में नर्मदा यात्रा निकालने वाले थे। केन्द्र सरकार व सुप्रीम कोर्ट से नर्मदा बांध को पूरी 138,5 मीटर की ऊंचाई तक ले जाने की मंजूरी के खुशी में यह यात्रा निकाली जाने वाली थी। साथ ही अहमदाबाद को वर्ल्ड हेरीटेज का दर्जा मिलने पर आयोजित होने वाले हेरीटेज महोत्सव का आयोजन भी अब 6 अगस्त से होगा।

यह भी पढ़ें: फिर बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, बाढ़ का खतरा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.