Move to Jagran APP

देहरादून एक्सप्रेस में आग से नौ की मौत

मुंबई [जागरण संवाददाता]। मुंबई से 145 किमी दूर मुंबई-देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन की तीन बोगियों मे देर रात लगी आग से नौ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि चार लोगों को मामूली चोटें आई हैं। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। दो सप्ताह के अंदर ट्रेन में आग लगने की यह दूसरी बड़ी घटना है। रेलमंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा कर दी है। नॉर्दर्न रेलवे ने ट्रेन व यात्रियों की जानकारी लेने के लिए दो हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।

By Edited By: Published: Wed, 08 Jan 2014 08:11 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jan 2014 09:08 PM (IST)
देहरादून एक्सप्रेस में आग से नौ की मौत

मुंबई [जागरण संवाददाता]। मुंबई से 145 किमी दूर मुंबई-देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन की तीन बोगियों मे देर रात लगी आग से नौ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि चार लोगों को मामूली चोटें आई हैं। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। दो सप्ताह के अंदर ट्रेन में आग लगने की यह दूसरी बड़ी घटना है। रेलमंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा कर दी है। नॉर्दर्न रेलवे ने ट्रेन व यात्रियों की जानकारी लेने के लिए दो हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।

loksabha election banner

मुंबई के बांद्रा टर्मिनस से रात 12 बजकर 5 मिनट पर रवाना हुई देहरादून एक्सप्रेस (19019) अपने पांचवें स्टेशन डहाणू रोड से रात करीब 2.15 बजे छूटी। डहाणू रोड और घोलवड़ के बीच एक लेवल क्रॉसिंग के गेटमैन ने पहली बार ट्रेन में लगी आग को देखा और अगले स्टेशन घोलवड़ के स्टेशन मास्टर को सूचित किया। घोलवड़ स्टेशन से कुछ पहले ही ट्रेन रोके जाने तक उसके तीन कोच एस-2, एस-3 और एस-4 पूरी तरह आग की लपटों में घिर चुके थे।

आग एक डिब्बे में लगी और बहुत तेजी से बाकी दो डिब्बों को भी अपनी चपेट में ले लिया। मध्य रात्रि के बाद लगी आग के दौरान ज्यादातर यात्री गहरी नींद में थे। ट्रेन रुकने पर आग से घिरे यात्रियों की चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर बाकी डिब्बों के लोग मदद के लिए आगे आए। सर्द रात होने के कारण आसपास के गांवों को भी ट्रेन में आग लगने का पता काफी देर तक नहीं चल सका।

पश्चिम रेलवे के अधिकारियों के अनुसार दुर्घटनास्थल से सड़क मार्ग दूर होने के कारण अग्निशमन दल को ट्रेन तक नहीं पहुंचाया जा सका।

आग से बुरी तरह झुलस चुके यात्रियों को मुंबई व गुजरात से भेजी गई दुर्घटना राहत वैन में प्राथमिक उपचार के बाद डहाणू और घोलवड़ के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। हालांकि, धुएं की घुटन और झुलसे यात्रियों में नौ को नहीं बचाया जा सका।

आग से मारे गए नौ लोगों में पांच की पहचान दीपिका शाह (65), देवशंकर उपाध्याय (48), सुरेंद्र शाह (68), नासिर खान पठान (50) और फिरोज खान (38) के रूप में की गई है। खड़गे ने मारे गए यात्रियों के परिजनों को पांच लाख रुपये आर्थिक मदद की घोषणा की है।

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार ने बताया कि गंभीर घायलों को एक लाख, जबकि मामूली रूप से घायल यात्रियों को 50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा। उनके मुताबिक, रेलवे सुरक्षा आयुक्त घटना की जांच करेंगे। आग के कारण देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन को करीब तीन घंटे रोकना पड़ा। आग से प्रभावित छह डिब्बों के यात्रियों को नए मंगाए गए पांच डिब्बों में बैठाकर देहरादून रवाना किया गया। देहरादून एक्सप्रेस में लगी आग के कारण मुंबई से दिल्ली की ओर रवाना हुई कई अन्य ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ।

पश्चिम रेलवे प्रवक्ता शरत चंद्र के अनुसार इन सभी ट्रेनों का आवागमन भी सुबह साढ़े छह बजे तक सामान्य कर लिया गया था। यात्रियों की जानकारी लेने के लिए उत्तर रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर 23342954 और 24355954 जारी किए हैं।

देखें: देहरादून एक्सप्रेस में आग

पढ़ें: नांदेड़ एक्सप्रेस बनी बर्निग ट्रेन, 26 लोग जिंदा जले

गौरतलब है कि 15 दिनों के अंदर ट्रेन में आग लगने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 28 दिसंबर को बेंगलूर से नांदेड़ जा रही नांदेड़ एक्सप्रेस में आग लगने के कारण 26 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में करीब 9 लोग बुरी तरह से झुलस गए थे। यह दुर्घटना ट्रेन नंबर 16594 के सेकंड एसी कोच में हुई थी।

कब-कब हुए कुछ बड़े रेल हादसे- 23 फरवरी 1985 को मध्यप्रदेश में राजानंदगांव एक्सप्रेस में आग से 50 से ज्यादा लोगों की मौत।

- 16 अप्रैल 1990 को पटना में शटल ट्रेन में आग लगने से 70 लोगों की मौत।

- 10 अक्टूबर 1990 को आंध्रप्रदेश के निकट चेरापल्ली में ट्रेन में आग लगने से 40 लोगों की मौत।

- 26 अक्टूबर 1994 को मुंबई-हावडा मेल में आग लगने से 27 लोगों की मौत।

- 15 मई 2003 को गोल्डन टेम्पल मेल में आग लगने से 36 लोगों की मौत।

- 18 अगस्त 2006 को चेन्नई-हैदराबाद एक्सप्रेस में आग, कोई हताहत नहीं।

- 18 अप्रैल 2011 को मुंबई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में आग। रेलवे की सावधानी के चलते कोई यात्री हताहत नहीं हुआ।

- 12 जुलाई 2011 को नई दिल्ली-पटना राजधानी एक्सप्रेस में आग।

- 22 नवंबर 2011 को हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस में आग, 7 लोगों की मौत।

पढ़ें: कोयला लदी मालगाड़ी में आग

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.