खराब राजनीति के बीच कश्मीर घाटी में पाकिस्तान लड़ रहा छद्म युद्ध!
कराची में सलाहुद्दीन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हो सकता है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कुलगाम शहर में एक विवाह समारोह से अपहरण कर लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या, अनंतनाग जिले में छह जम्मू-कश्मीर पुलिसकर्मियों की हत्या और श्रीनगर के नौहट्टा स्थित जामिया मस्जिद के बाहर डीएसपी मोहम्मद आयूब पंडित की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर की गई बर्बर हत्या इस तथ्य को मजबूत करती है कि घाटी में अलगाववादियों ने कश्मीरीयत को मारने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ये पाकिस्तान के इशारे से हो रहा है इसमें भी कोई दो राय नहीं है। कश्मीर के खराब राजनीति के बीच पाकिस्तान छद्म युद्ध लड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि मोहम्मद अयूब पंडित कश्मीरी अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक़ की सुरक्षा में तैनात थे। चैनल के अनुसार मीर वाइज उमर फारूक़ उस समय मस्जिद के अंदर मौजूद थे। वह उत्तेजक भाषण दे रहे थे, बाहर भीड़ ने अयूब को पीट-पीटकर मार डाला। भीड़ का कोई चेहरा नहीं होता, लेकिन अयूब पंडित को जिस भीड़ ने मारा, उसका चेहरा जरूर सबके सामने आ गया है।
आखिरकार 24 जून 2017 को युवाओं ने जेके पुलिसकर्मियों की हत्या और अलगाववादियों की निंदा करते हुए एक बड़ी सभा को संबोधित किया। लेकिन यह अब भी किसी की समझ से परे है कि क्यों इन देशद्रोहियों को सुरक्षा दी जाती है? क्यों करदाताओं के पैसे से अलगाववादियों को सुविधाएं दी जा रही हैं? आखिर क्यों इन्हें जेल में बंद नहीं किया जाता, सिर्फ घरों में नजरबंद करने का नाटक किया जाता है। क्यों इनके नापाक मंसूबों पर लगाम लगाई जाती है?
2016 में जम्मू-कश्मीर में 14 संघर्ष विराम के उल्लंघन की तुलना में, 14 जून 2017 तक 193 बार सीजफायर का उल्लंघन हो चुका है। जनवरी में 8, फरवरी में 13, मार्च में 22, अप्रैल में 29, मई में 87 और 14 जून तक 34 बार सीजफायर का उल्लंघन हो चुका है। अभी आधा साल बाकी है और ये आंकड़ा यकीनन ऊपर जाएगा। इधर घाटी में भी हमले लगातार बढ़ रही हैं। जम्मू-कश्मीर में हमले के लिए जिन लोगों को भेजा जाता है उन्हें पाकिस्तानी सेना/आइएसआइ द्वारा प्रशिक्षित किया जाता है। इस साल ऐसे आतंकियों की संख्या पिछले कुछ सालों की तुलना में तिगुनी हो गई है।
उधर आतंकी नेता सईद सलाहुद्दीन कश्मीर के मुद्दे पर भारत के खिलाफ परमाणु युद्ध की धमकी देता है। कराची में सलाहुद्दीन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हो सकता है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच पहले से ही तीन युद्ध हुए हैं। वह निश्चित रूप से चौथा युद्ध की भविष्यवाणी कर सकते हैं, क्योंकि कश्मीरी अब किसी भी परिस्थिति में समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'दुनिया उन्हें समर्थन देती है या नहीं, चाहे पाकिस्तान उनके साथ खड़ा है या नहीं, चाहे संयुक्त राष्ट्र अपना कर्तव्य करता है या नहीं, उन्होंने अपने खून की आखिरी बूंद तक लड़ने का प्रतिज्ञा ली है।'
कश्मीर घाटी के अनंतनाग, बारामुला, कुलगाम, पुलवामा और शोपियान जैसे जिले दंगों से पीडि़त हैं। यहां सेना पर पत्थर से एसिड तक से हमला हो रहा है़। आर्मी चीफ बिपिन रावत ने एक साक्षात्कार के दौरान इसे कश्मीर घाटी में लड़ा जा रहा एक गंदे युद्ध कहा। उन्होंने कहा, 'यह एक प्रॉक्सी वॉर है। प्रॉक्सी युद्ध एक गंदा युद्ध है, यह गंदे तरीके से खेला जाता है। यहां हम विरोधी से आमने-सामने नहीं लड़ते हैं। भीड़ के रूप में हमला होता है, पत्थर और पेट्रोल बम फेंके जाते हैं और इस भीड़ का कोई चेहरा नहीं होता है। अगर हमारे किसी सिपाही पर कोई पेट्रोल बम फेंकता है, तो उसे क्या करना चाहिए?' वह कहते हैं कि ऐसे में मुझे जवानों का मनोबल बढ़ाना पड़ता है। मैं उनसे बहुत दूर होता हूं और मुझे उन्हें यह अहसास दिलाना पड़ता है कि मैं उनके साथ हूं।
दरअसल, पिछले कुछ समय से घाटी के हालात काफी बिगड़ गए हैं। इसीलिए सेना ने इन दिनों ऑपरेशन ऑल आउट चला रखा है।