नीतीश आज पांचवीं बार बनेंगे बिहार के सीएम, गांधी मैदान में 2 बजे लेंगे शपथ
नीतीश कुमार के राजतिलक के मुहूर्त में अब कुछ घंटे ही शेष हैं। पटना के गांधी मैदान में शुक्रवार दोपहर दो बजे राज्यपाल रामनाथ कोविंद नीतीश कुमार को बिहार के 34वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाएंगे।
जागरण ब्यूरो, पटना। नीतीश कुमार के राजतिलक के मुहूर्त में अब कुछ घंटे ही शेष हैं। पटना के गांधी मैदान में शुक्रवार दोपहर दो बजे राज्यपाल रामनाथ कोविंद नीतीश कुमार को बिहार के 34वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाएंगे। मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश की यह पांचवीं पारी होगी। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री समेत कुल 28 मंत्रियों का शपथ संभव है। समारोह में दस राज्यों के मुख्यमंत्री समेत कई दिग्गजों का जमावड़ा होगा, जिसमें भाजपा विरोधी एकजुटता के प्रदर्शन के साथ-साथ राजनीति के नीतीश मॉडल पर सहमति भी बनती दिख सकती है। समारोह में वैसे राज्यों के प्रमुख नेता एक मंच पर दिखेंगे, जहां अभी भाजपा की सरकार नहीं है और चुनाव होने वाले हैं।
2016 में पश्चिम बंगाल और असम में चुनाव होने हैं। 2017 में पंजाब और उत्तर प्रदेश की बारी है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी फोन पर न्योता दिया था, लेकिन 20 नवंबर को प्रस्तावित मलेशिया दौरे के कारण प्रधानमंत्री खुद नहीं आ रहे हैं। उनके प्रतिनिधि के रूप में दो केंद्रीय मंत्री (वेंकैया नायडू और राजीव प्रताप रूड़ी) मौजूद रहेंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ गुलाम नबी आजाद भी आएंगे। सबसे चर्चित मौजूदगी सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की हो सकती है। चुनाव से पहले तक मुलायम महागठबंधन के प्रमुख नेता थे, बाद में उन्होंने अपनी राह अलग कर ली थी।
शिवसेना के मंत्री भी करेंगे शिरकत
महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी शिवसेना के दो मंत्री भी समारोह में शिरकत करेंगे। रामदास कदम और सुभाष देसाई ने आने की सहमति दे दी है।
दस राज्यों के मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव, दिल्ली के अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अलावा तरुण गोगोई (असम), पीके चामलिंग (सिक्किम), ओमान चंडी (केरल), आइबोबी सिंह (मणिपुर), वीरभद्र सिंह (हिमाचल प्रदेश), नबम तुक्की (अरुणाचल प्रदेश) और सिद्धारमैया (कर्नाटक) शामिल हैं। अन्य सियासी हस्तियां
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, गुलाम नबी आजाद, शरद पवार, शरद यादव, चौधरी अजित सिंह, सीताराम येचुरी, मल्लिकार्जुन खड़गे, फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, शीला दीक्षित, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, शंकर सिंह बघेला, हेमंत सोरेन, बाबूलाल मरांडी, अजीत जोगी, प्रफुल्ल पटेल, डॉ. प्रकाश अंबेडकर, अभय चौटाला और राम जेठमलानी।
विजय चौधरी होंगे विस अध्यक्ष
जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी नए विधानसभा अध्यक्ष हो सकते हैं। उनके नाम पर महागठबंधन के घटक दलों में सहमति बन गई है। संसदीय मामलों के जानकार चौधरी नीतीश कुमार की पिछली सरकार में नंबर दो की हैसियत में थे।
नहीं आएंगे शत्रुघ्न सिन्हा
नीतीश कुमार के मित्र और भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा समारोह में नहीं आ रहे हैं। वह अपने परिवार के साथ जगन्नाथ पुरी के दर्शन को गए हैं। नीतीश के पुराने सहयोगी और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी शिरकत करेंगे। लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान निमंत्रण के बावजूद नहीं आएंगे।
जो बन सकते हैं मंत्री
राजद से : तेजस्वी यादव, तेज प्रताप, अब्दुल बारी सिद्दीकी, चंद्रिका राय, डॉ. रामचंद्र पूर्वे, आलोक मेहता, अनिता देवी, शिवचंद्र राम, रामानंद यादव, चंद्रशेखर, अब्दुल गफूर, राम विचार राय, विजय प्रकाश, मुनेश्वर चौधरी।
जदयू से : विजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, ललन सिंह, मदन सहनी, जय कुमार सिंह, संतोष निराला, कृष्णनंदन वर्मा, कपिलदेव कामत, मेवालाल चौधरी, मंजू वर्मा, शैलेश कुमार।
कांग्रेस से : अशोक चौधरी, मदन मोहन झा, जलील मस्तान, अवधेश सिंह
फिर नीतीश कुमार
पहली बार : 03 मार्च, 2000 से 10 मार्च, 2000 तक (सात दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने। पर्याप्त बहुमत नहीं था, इसलिए इस्तीफा दे दिया।)
दूसरी बार : 24 नवंबर, 2005 से 24 नवंबर, 2010 तक (भाजपा के साथ मिलकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। पूरे पांच साल चली)
तीसरी बार : 26 नवंबर, 2010 से 17 मई, 2014 तक (भाजपा के साथ मिलकर फिर सरकार बनाई। लोकसभा चुनाव के पहले गठबंधन टूटा। पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद जीतनराम मांझी को कुर्सी सौंपकर खुद संगठन के काम में लगे।)
चौथी बार : 22 फरवरी, 2015 से अभी तक (मांझी के पलटने के बाद सत्ता की बागडोर खुद अपने हाथों में ली और बिहार विधानसभा चुनाव में गए, जिसमें ऐतिहासिक जीत हुई।)
पांचवी बार : 20 नवंबर, 2015 से फिर संभालेंगे सत्ता (राजद और कांग्रेस के साथ जदयू ने महागठबंधन बनाया और नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में फिर नई सरकार का गठन।)