पंजाब : राहुल से दर्द बयां करने वाले किसान ने की खुदकुशी
कर्ज के बोझ तले दबे जिला फतेहगढ़ साहिब के गांव दादूमाजरा के 60 वर्षीय किसान सुरजीत सिंह ने बुधवार सुबह लगभग दस बजे घर में जहरीली वस्तु निगल आत्महत्या कर ली।
फतेहगढ़ साहिब । कर्ज के बोझ तले दबे जिला फतेहगढ़ साहिब के गांव दादूमाजरा के 60 वर्षीय किसान सुरजीत सिंह ने बुधवार सुबह लगभग दस बजे घर में जहरीली वस्तु निगल आत्महत्या कर ली। सुरजीत सिंह पर बैंक तथा आढ़तियों का लगभग 9 लाख रुपये का कर्ज था और वह इससे परेशान था। वह पहले राहुल गांधी के सामने अपना दर्द बयान कर चुका था।
मृतक के बेटे कुलविंदर सिंह ने बताया कि वह खुद की 6 एकड़ तथा 20-25 एकड़ जमीन ठेके पर लेकर खेती कर रहे हैं। पिछली बार धान की फसल के दौरान सूखा पड़ जाने तथा इस बार अधिक बारिश होने के कारण गेहूं की फसल खराब हो गई थी। इसके चलते उन पर बैंक तथा आढ़तियों का कर्ज बढ़ गया था। बारिश से खराब हुई फसल का मुआवजा देने के सरकारी एलान के बावजूद उन्हें मुआवजा के एक भी पैसा नहीं मिला था।
राहुल से मुलाकात के बाद आया था सुर्खियों में
दादूमाजरा का किसान सुरजीत सिंह राष्ट्रीय मीडिया में उस समय सुर्खियों में आया था, जब 28 अप्रैल, 2015 को कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पंजाब दौरे के दौरान सरहिंद की अनाज मंडी में पहुंचे थे। सुरजीत सिंह के पास पहुंच राहुल गांधी ने जब उनसे किसानों की मुश्किलें पूछीं, तब उसने किसानों की आर्थिक हालत व बदहाली का मुद्दा उनके सामने रखा था। सुरजीत सिंह ने राहुल गांधी से अपील करते हुए कहा था कि पंजाब के किसान की हालत बहुत खराब हो चुकी है। सरकार मंडियों से किसानों की फसल को नहीं उठा रही। अगर सरकार ने किसानों को राहत देने के कदम न उठाए, तो किसान आत्महत्या करने को विवश होंगे।
विधायक कुलजीत सिंह नागरा ने किसान सुरजीत सिंह की मौत के लिए मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को जिम्मेवार ठहराया है।
सोशल मीडिया पर हरसिमरत से लोग पूछ रहे सवाल
किसान सुरजीत सिंह की मौत के बाद सोशल मीडिया में भी लोगों का सरकार के खिलाफ गुस्सा दिखाई दिया। लोग सोशल मीडिया में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल से पूछे रहे थे कि राहुल गांधी का पंजाब का दौरा सियासी ड्रामेबाजी था, तो किसान सुरजीत सिंह की मौत क्या है?