फर्जी SDM बन IAS अकादमी में महिला ने बिताए 6 माह
मसूरी में देश के प्रतिष्ठित संस्थान लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में फर्जी एसडीएम बनकर छह महीने तक रहने के बाद रहस्यमय परिस्थितियों में गायब युवती की पुलिस और खुफिया एजेंसियां सरगर्मी से तलाश कर रही हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। मसूरी में देश के प्रतिष्ठित संस्थान लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में फर्जी एसडीएम बनकर छह महीने तक रहने के बाद रहस्यमय परिस्थितियों में गायब युवती की पुलिस और खुफिया एजेंसियां सरगर्मी से तलाश कर रही हैं।
पुलिस व एसओजी की टीम ने बुधवार को मुजफ्फरनगर के कुतबा गांव में छापेमारी की। फिलहाल पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लगा। इस बीच, पता चला कि मामला खुलने पर अकादमी के सुरक्षा अधिकारी सत्यवीर सिंह को एक सप्ताह की छुट्टी पर भेज दिया गया है। जिस सुरक्षा गार्ड के क्वार्टर में युवती रह रही थी, उसे अकादमी प्रशासन ने निलंबित कर दिया है। वह गार्ड भी उसके बाद से गायब बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि अकादमी प्रशासन पर जांच में सहयोग नहीं कर रहा है।
पुलिस की अभी तक की जांच में यह भी सामने आया कि 14 सितंबर 2014 से 15 मार्च 2015 तक अकादमी में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी व गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़ी हस्तियों ने कार्यक्रमों में शिरकत की। इस दौरान यह युवती वहीं मौजूद थी। राष्ट्रपति के संग आइएएस के ग्रुप फोटो में भी वह मौजूद रही। इससे खुफिया एजेंसियों व अकादमी प्रशासन के होश उड़ गए हैं। एसएसपी पुष्पक ज्योति ने बताया कि एसपी सिटी अजय सिंह जांच का निर्देशन करेंगे। मसूरी के कोतवाल चंदन सिंह बिष्ट विवेचनाधिकारी होंगे।
मंगलवार को यह मामला तब खुला, जब अकादमी द्वारा मसूरी कोतवाली में तहरीर दी गई। बताया गया कि परिसर में वह एक सुरक्षा गार्ड के क्वार्टर में रहती रही। रूबी चौधरी नाम की यह युवती बीती 23 मार्च को रहस्यमय हालात में गायब हो गई, आठ दिन तक युवती का कुछ पता नहीं चला तो एक रोज पहले अकादमी प्रबंधन ने पुलिस से शिकायत की। दरअसल, रूबी चौधरी खुद को कभी प्रशिक्षु आइएएस बताती रही, तो कभी लाइब्रेरी कर्मचारी। सवाल यह है कि अगर वह प्रशिक्षु आइएएस होती तो सुरक्षा गार्ड के क्वार्टर में क्याों रहती। ऐसे कई सवाल अकादमी की व्यवस्था पर उठ रहे हैं।
अकादमी की सुरक्षा ऐसी है कि बाहरी व्यक्ति भीतर प्रवेश ही नहीं कर सकता। रोज अंदर जाने वाले कर्मचारियों को भी सुरक्षा के मानकों से गुजरना पड़ता है। संदिग्ध युवती रूबी को किसने अंदर प्रवेश दिलाया और कौन उसे संरक्षण दे रहा था, यह जवाब तलाश पाना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन रहा है। एसएसपी पुष्पक ज्योति के मुताबिक, अकादमी प्रशासन जांच में कोई सहयोग नहीं कर रहा। जांच के लिए गई पुलिस व स्थानीय अभिसूचना इकाई को अंदर प्रवेश तक नहीं करने दिया गया।
मामले की तहरीर देने वाले अकादमी के सुरक्षा अधिकारी सत्यवीर सिंह भी एक हफ्ते की छुट्टी पर भेज दिए गए हैं। जांच में उनके बयान होने हैं, लेकिन उन्हें क्यों छुट्टी पर भेजा गया, यह पुलिस के गले नहीं उतर रहा। रूबी चौधरी जिस सुरक्षा गार्ड देव सिंह के घोड़ा लाइन स्थित टाइप-वन क्वार्टर में रह रही थी उसे निलंबित कर दिया गया है। बुधवार को मसूरी के सर्किल अफसर रामेश्वर प्रसाद डिमरी ने अकादमी पहुंचकर जांच पड़ताल की। कुछ अफसरों व कर्मियों से पूछताछ भी की गई। मामला पेचीदा होने से पुलिस कुछ भी बोलने से बच रही है।
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मामला बेहद संगीन है। जरूरत पड़ी तो पुलिस मुख्यालय की विशेष टीम भी जांच में लगाई जाएगी। फिलहाल, जिला पुलिस इसकी जांच कर रही है। एसएसपी को इस मामले में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने की हिदायत दी गई है।
-बीएस सिद्धू, डीजीपी
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