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निर्वासित बलूच नेता ब्रह्मदग बुग्‍ती को मिल सकती है ‘भारतीय नागरिकता’

बलूचियों पर पाकिस्‍तान के अत्‍याचार को दुनिया भर में फैलाने के लिए ब्रह्मदग बुग्‍ती अभियान शुरू करेंगे जिसके तहत वे दुनिया के कोने कोने में जाएंगे पर इसके लिए उन्‍हें भारतीय पासपोर्ट की जरूरत है।

By Monika minalEdited By: Published: Fri, 16 Sep 2016 10:44 AM (IST)Updated: Fri, 16 Sep 2016 12:30 PM (IST)
निर्वासित बलूच नेता ब्रह्मदग बुग्‍ती को मिल सकती है ‘भारतीय नागरिकता’

नई दिल्ली। निर्वासित बलूच नेता ब्रह्मदग बुग्ती को भारतीय नागरिकता मिल सकती है। बुग्ती ने पाकिस्तान के खिलाफ अभियान के लिए भारतीय कागजातों की मदद से पूरी दुनिया घूमने की योजना बनायी है।

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हाल के रिपोर्ट्स के अनुसार बलूच नेता बुग्ती को भारत में शरण मिलेगा। भारतीय पासपोर्ट के लिए बलूच नेताओं व भारतीय अधिकारियों के बीच लंबे समय से बात-चीत चल रही थी। सूत्रों ने बताया कि जेनेवा में भारतीय दूतावास में जल्द ही बुग्ती शरण के लिए जाएंगे। बलूच रिपब्लिकन पार्टी की ओर से जेनेवा में बैठक आयोजित की गयी है। पार्टी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की कि बुग्ती व उनके सहयोगियों को नागरिकता देने के लिए भारत सहमत हो गया है। पार्टी के प्रतिनिधियों ने कहा कि जैसे चीन के खिलाफ अभियान के लिए दलाई लामा भारतीय पासपोर्ट का उपयोग कर अन्य देशों में जा रहे हैं बलूच नेता भी बलूचियों के शोषण की कहानी दुनिया में फैलाएंगे।

सूत्रों के अनुसार ब्रह्मदग बुग्ती के सहयोगी शेर मोहम्मद बुग्ती व अजीजुल्लाह बुग्ती को भारत की ओर से नागरिकता दी जाएगी। करीब 15,000 बलूचियों ने अफगानिस्तान में शरण ले रखा है जबकि अन्य 2,000 यूरोपीय देशों में फैले हैं। भारत में ब्रह्मदग बुग्ती के शरण लेने के मुद्दे पर चर्चा के लिए जेनेवा में बलूच रिपब्लिकन पार्टी की ओर से18 व 19 सितंबर को एक बैठक बुलाई गई है।

2006 में अपने दादा की हत्या के बाद बुग्ती ने बलूचिस्तान छोड़ दिया। तब से वे अफगानिस्तान और स्विटजरलैंड में रह रहे हैं।

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