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हर जगह बारिश, दिल्ली उमस में भीगी

उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्रों सहित उत्तराखंड में मंगलवार को भारी बारिश के चलते लोगों को परेशानी हुई। भूस्खलन व रास्ते जाम होने से चारधाम यात्रा फिर बंद करनी पड़ी। चमोली जिले में भारी बारिश से दो मकान ढह गए। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 10 घंटे तक लगातार बारिश हुई। मैदान

By Edited By: Published: Wed, 30 Jul 2014 03:39 AM (IST)Updated: Wed, 30 Jul 2014 07:47 AM (IST)
हर जगह बारिश, दिल्ली उमस में भीगी

नई दिल्ली। उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्रों सहित उत्तराखंड में मंगलवार को भारी बारिश के चलते लोगों को परेशानी हुई। भूस्खलन व रास्ते जाम होने से चारधाम यात्रा फिर बंद करनी पड़ी। चमोली जिले में भारी बारिश से दो मकान ढह गए। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 10 घंटे तक लगातार बारिश हुई। मैदानी इलाकों में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के अधिकांश क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई।

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कटड़ा से वैष्णों देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को नए मार्ग से भेजा गया। यहां भूस्खलन व पत्थर गिरने से राह दुर्गम हो गई है। हर ओर झमाझम बारिश के बीच राजधानी दिल्ली एक बार फिर पसीने में भीगी रही। 92 प्रतिशत की आद्रता ने 35 डिग्री तापमान में भी गर्मी का खासा एहसास कराया। हालांकि शाम को कुछ जगहों पर फुहारें पड़ीं लेकिन इससे उमस में खास राहत नहीं मिली।

चारधाम यात्रा पर मौसम की मार जारी है। मंगलवार को केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की आवाजाही बंद रही। भूस्खलन के चलते केदारनाथ यात्रा लगातार 14वें दिन ठप रही, जबकि इसे दो दिन और बंद रखा जाएगा। रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी डॉ राघव लंगर ने बताया कि मौसम सही रहा तो केदारनाथ बुधवार सुबह शुरू की जा सकती है।

भारी बारिश से हेमकुंड साहिब के प्रमुख पड़ाव गोविंदघाट जाने वाली सड़क का 50 मीटर हिस्सा बह गया है। कुमाऊं में कैलास मानसरोवर मार्ग दो सप्ताह से बंद है। अगले चौबीस घंटे में देहरादून, पौड़ी, अलमोड़ा आदि जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी है। ऋषिकेश व हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से महज 50 सेंटीमीटर दूर रह गई है। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 10 घंटे लगातार हुई बारिश 105 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई।

पर्यटन स्थल गुलाबा से राहलाफाल तक पहाड़ से पत्थर गिर रहे हैं। मंडी जिले में बसाही के पास भूस्खलन से जोगेंद्रनगर-सरकाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग पांच घंटे बंद रहा, जबकि मंडी-जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग- 70 चार घंटे ठप रहा। प्रदेश में कई जगह पेड़ गिरने से रास्ते बंद हुए हैं। यहां भारी बारिश से सेब की फसल को नुकसान की आशंका सताने लगी है। देर रात बादल फटने से जम्मू-कश्मीर के दक्षिणी क्षेत्र स्थित पांपोर के निकट बुईन गांव में बाढ़ आ गई। इसमें सड़क का एक हिस्सा और आधा दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गए, लेकिन जनहानि नहीं हुई है।

उत्तर प्रदेश के सिधौली, नवाबगंज, काल्पी, फतेहपुर, अमरोहा, हाथरस, मेरठ, कानपुर, सालोन, बाराबंकी, मथुरा आदि क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने और बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा राजस्थान के चुरु, पिलानी, जोधपुर, जयपुर, श्रीगंगानगर आदि जिले में 50 मिलीमीटर तक बारिश रिकॉर्ड की गई। पंजाब व हरियाणा के अंबाला, हिसार, अमृतसर आदि क्षेत्रों में जमकर मेघ बरसे।

इधर, बादलों की छाया के बीच राजधानीवासी पूरे दिन पसीने में भीगे रहे। 90 पार आद्रता में भी लोग ईद के त्योहार को उल्लास से मनाते दिखे। हालांकि मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है।

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