आतंकी हमला भी संसद को नहीं कर सका एकजुट
देश पर आतंकी हमला भी संसद को एकजुट नहीं कर सका। गुरुदासपुर में सुरक्षा बलों के जवान जान हथेली पर रखकर आतंकियों का मुकाबला कर रहे थे, वहीं संसद में विपक्षी सांसद राजनीति चमकाने में व्यस्त थे।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। देश पर आतंकी हमला भी संसद को एकजुट नहीं कर सका। गुरुदासपुर में सुरक्षा बलों के जवान जान हथेली पर रखकर आतंकियों का मुकाबला कर रहे थे, वहीं संसद में विपक्षी सांसद राजनीति चमकाने में व्यस्त थे।
देश की सुरक्षा पर सियासत इस कदर हावी रही कि कई सांसदों ने सदन के भीतर इस हमले की निंदा की, उस समय कांग्रेस, सपा, जदयू और राजद के सांसद नारेबाजी और तख्तियां ऊंची करने लगे रहे। विरोध की पराकाष्ठा तो उस समय हो गई जब दोपहर बाद कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी सदन की मर्यादा लांघ अध्यक्ष की कुर्सी पर ही चढ़ने लगे।
शिरोमणि अकाली दल के प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए पूरे सदन से गुरुदासपुर में आतंकी हमले की निंदा करने की अपील की। उन्होंने नारेबाजी और हंगामा कर रहे कांग्रेसी सदस्यों से कहा कि वे राष्ट्रीय हित में दो मिनट के लिए अपना विरोध-प्रदर्शन बंद करें क्योंकि गुरुदासपुर में आतंकी हमला हुआ है।
यह देश की सुरक्षा का सवाल है। लोग मर रहे हैं.. राज्य के लोग यह सब देख रहे हैं। वे इस ड्रामा (सदन में) को देख रहे हैं। लेकिन कांग्रेसी सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। भाजपा के एस.एस. अहलूवालिया ने भी इस हमले की भर्त्सना करते हुए पूरे सदन को इस पर चर्चा करने और एकमत से प्रस्ताव पारित करने का आग्रह किया।
काली पट्टी बांधे कांग्रेसी सांसद हाथों में तख्तियां लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। उनके साथ समाजवादी पार्टी, जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल के सदस्य भी जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी करने की मांग कर जोरदार नारेबाजी करते हुए कांग्रेसी सदस्यों का साथ देते रहे।
बीजू जनता दल के तथागत ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह गंभीर मामला है। एक बार फिर आतंकवाद पूरी ताकत से लौटा है। राजनीतिक दलों को इस आतंकी हमले के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। हम यहां राजनीति करने के लिए नहीं हैं। कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए और भारत को सख्ती से आतंकवाद का मुकाबला करना चाहिए।
सलीम ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए जम्मू कश्मीर और पंजाब में राजनीति को इसका जिम्मेदार ठहराया। संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने भी लगातार हंगामा कर रहे कांग्रेसी सांसदों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि हंगामा करने वाले सांसद अन्य सदस्यों को हमले पर बात रखने का मौका नहीं दे रहे।
कांग्रेस सांसदों का हंगामा राहुल के कैमरे में कैद
लोकसभा की कार्यवाही में दो बजे बाद भी कांगे्रसी सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी जारी रखी। जिस समय कांग्रेस सांसद अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी कर रहे थे, उस समय कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी हाथ बांधे खड़े होकर चुपचाप अपनी पार्टी के सांसदों का हंगामा देख रहे थे। जब पश्चिम बंगाल से कांग्रेस सदस्य अधीर रंजन चौधरी लोकसभा अध्यक्ष की सीट की ओर चढ़ते हुए अपनी तख्ती ऊंची कर दिखाने लगे। कांग्रेसी सदस्यों के विरोध प्रदर्शन के बीच राहुल घूम-घूमकर सदन में लगे कैमरों के एंगल देखते नजर आए। उन्होंने हंगामे की कुछ तस्वीरें अपने कैमरे में कैद करने की कोशिश की।