यूरोपीय संघ ने कहा, भारत सदस्य देशों के साथ व्यापार समझौता 6 महीने आगे बढ़ाए
संघ में शामिल विभिन्न देशों के साथ भारत अपने द्विपक्षीय निवेश समझौतों की अवधि छह माह बढाए।
नई दिल्ली(पीटीआई)। यूरोपीय संघ ने सोमवार को भारत से संघ में शामिल विभिन्न देशों के साथ अपने द्विपक्षीय निवेश समझौतों की अवधि छह माह बढ़ाने के लिये कहा है। भारत का इन देशों के साथ द्विपक्षीय निवेश समझौता जल्द समाप्त होने वाला है।
यूरोपीय संघ का कहना है कि सदस्य देशों के साथ भारत की किसी तरह की व्यापार संधि नहीं होने का मुक्त व्यापार समझौता एफटीए की बातचीत और व्यापार संबंधों पर डाल सकता है।
यूरोपीय संसद का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल इन दिनों भारत की यात्रा पर है। वह अमेरिका के ट्रंप प्रशासन के बारे में भारत के विचार जानने और भारत-यूरोपीय संघ के बीच अहम मुद्दों पर बातचीत कर रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने जम्मू और कश्मीर की स्थिति पर भी चिंता जताई और भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों में सुधार पर जोर दिया।
भारत के साथ संबंधों पर यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल की प्रमुख जियोफ्रे वेन आर्डेन ने कहा कि यूरोपीय संघ चाहता है कि अटकी पड़ी एफटीए वार्ता को आगे बढ़ाने के लिये भारत पहले अपने निवेश समझौतों का नवीनीकरण करे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, यदि व्यापार और निवेश समझौतों को छह माह के लिये आगे बढ़ा दिया जाता है तो यह काफी मददगार साबित होगा। यह मुद्दा एफटीए बातचीत के लिये एक समस्या बन गया है।
भारत का नीदरलैंड के साथ व्यापार और निवेश समझौता है जो कि नवंबर में समाप्त होने जा रहा है। इसी प्रकार का समझौता यूरोपीय संघ के कई अन्य देशों के साथ है जो कि आने वाले महीनों में समाप्त होने वाला है। आर्डेन ने कहा कि समभुाौता समाप्त होने के बाद यूरोपीय संघ के देशों के लिये भारत में आगे और निवेश करना मुश्किल हो जायेगा।
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