पाक को खुफिया जानकारी मुुहैया कराता था BSF का गिरफ्तार हवलदार राशिद
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के हवलदार अब्दुल राशिद को लेकर पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सीपी रविंद्र यादव की माने तो राशिद खुफिया जानकारी पाकिस्तान को देता था।
नई दिल्ली। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के हवलदार अब्दुल राशिद को लेकर पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सीपी रविंद्र यादव की माने तो राशिद खुफिया जानकारी पाकिस्तान को देता था।
रविंद्र यादव के मुताबिक, पाकिस्तान हाई कमीशन से उसे आर्थिक मदद का आश्वासन भी दिया गया था। इसके लिए पैसा पाकिस्तान से सीधे न मंगाकर मिडल ईस्ट से मंगाने की योजना थी।
पाक खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाला BSF जवान गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए जासूसी करने के आरोप में राजौरी निवासी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक हवलदार और इसी जिले के एक स्कूल में कार्यरत असिस्टेंट लाइब्रेरियन को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों के पास से राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील दस्तावेज बरामद हुए हैं। उनके खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जम्मू से गिरफ्तार हुए हवलदार को यहां लाने के लिए दिल्ली पुलिस की टीमें रवाना हो गई हैं।
संयुक्त पुलिस आयुक्त रविंद्र यादव ने बताया कि क्राइम ब्रांच की इंटर स्टेट सेल को लगातार इनपुट मिल रहे थे कि जम्मू-कश्मीर में सेना से जुड़ी गतिविधियों की खुफिया जानकारी लीक करने वाले जासूस सक्रिय हैं। उन्हें पकड़ने के लिए पांच टीमें बनाई गईं।
सूचना मिली कि एक जासूस कफेतुल्ला खान जो राजौरी के मंजाकोट स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल में असिस्टेंट लाइब्रेरियन है, जम्मू से भोपाल जाने वाली एक ट्रेन में सवार है। 26 नवंबर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से उसे गिरफ्तार किया गया।
उसकी निशानदेही पर उसके रिश्तेदार राजौरी स्थित बीएसएफ इंटेलिजेंस विंग में तैनात हवलदार अब्दुल राशिद को भी गिरफ्तार किया गया। राशिद के पास जम्मू-कश्मीर में स्थित बीएसएफ के सभी बेस कैंप के नक्शे व जवानों की संख्या की सटीक जानकारी है।
दोनों के पास से वायुसेना के बेस कैंप व सेना को हथियार तथा रसद सामग्री पहुंचाने संबंधित जानकारी भी है। राशिद से मिली खुफिया जानकारी कफेतुल्ला ने आइएसआइ तक पहुंचाई। कफेतुल्ला के पास सेना व वायु सेना के लोगों के फोन नंबर भी मिले हैं। एक अधिकारी ने बताया कि सेना के करीब 12 लोगों से कफेतुल्ला की बातचीत होती थी।
2013 में गया था पाकिस्तान
कफेतुल्ला 2013 में पहली बार पाकिस्तान गया था, जहां उसकी मुलाकात आइएसआइ के अफसरों से हुई थी। उसे जम्मू-कश्मीर में सेना के जवानों के बारे में जानकारी जुटाने का काम दिया गया था। इसके लिए उसे बड़ी रकम दी जाती थी।