इंजीनियर फिर लाएंगे अफजल गुरु के अवशेष लौटने का प्रस्ताव
निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद ने बुधवार को एक नए विवाद को जन्म देते हुए कहा कि अगर स्वर्णमंदिर परिसर में सिख आतंकी जरनैल सिंह का स्मारक बन सकता है तो फिर अफजल गुरु के पार्थिव शरीर को लौटाने में केंद्र सरकार को क्या परेशानी है? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार
जागरण ब्यूरो, श्रीनगर। निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद ने बुधवार को एक नए विवाद को जन्म देते हुए कहा कि अगर स्वर्णमंदिर परिसर में सिख आतंकी जरनैल सिंह का स्मारक बन सकता है तो फिर अफजल गुरु के पार्थिव शरीर को लौटाने में केंद्र सरकार को क्या परेशानी है? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विशेषकर भाजपा दोहरे मापदंड अपना रही है।
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह शुरू होने जा रहे राज्य विधानसभा के सत्र में मैं दो प्रस्ताव ला रहा हूं। मेरा पहला प्रस्ताव राज्य समेत देश की विभिन्न जेलों में बंद सभी कश्मीरी कैदियों की बिना शर्त रिहाई के लिए है। दूसरा अफजल गुरु के पार्थिव शरीर व उससे संबंधित अन्य सामान को तिहाड़ जेल से कश्मीर लाए जाने से संबंधित है। मैंने ये दोनों प्रस्ताव विधानसभा सचिवालय में भेज दिए हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके यह प्रस्ताव मंजूर होंगे तो उन्होंने कहा कि ऐसा न होने पर नेशनल कांफ्रेंस, भाजपा, पीडीपी और कांग्रेस के चेहरों से मुखौटा उतर जाएगा। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने राज्यसभा और विधानपरिषद के चुनावों के दौरान मेरे स्टैंड को लिखकर समर्थन दिया है।
उन्होंने कहा कि आज संसद में गुलाम नबी आजाद अफजल गुरु के शव की वापसी का विरोध करते हैं, लेकिन उनकी जीत को यकीनी बनाने के लिए कांग्रेस के पांच विधायकों ने अफजल गुरु की फांसी को लिखित तौर पर गलत ठहराया है।
इसी तरह भाजपा के लिए अगर वह आतंकी है तो वह पीडीपी के उन आठ विधायकों के बारे में क्या कहेगी जिन्होंने लिखित तौर पर कहा है कि वह अफजल गुरु के शव की वापसी में मेरा साथ देंगे। क्या भाजपा अब पीडीपी से गठजोड़ तोड़ेगी। निर्दलीय विधायक ने कहा कि मुझे यकीन है कि इस बार मेरा यह प्रस्ताव सदन में मंजूर हो जाएगा।