कतई मंजूर नहीं अंतरजातीय, सगोत्रीय विवाह: खाप
सर्वखाप चौधरियों ने साफ कहा कि अंतरजातीय व सगोत्रीय विवाह कतई मंजूर नहीं है। परंपरा व संस्कृति को बचाने के लिए खाप के फैसलों को कानूनी मान्यता मिलनी चाहिए। पंचायत में सर्वसम्मति से लिए गए फैसलों पर 14 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में तर्क के साथ मजबूत दलील रखी जाएगी।
बागपत [जासं]। सर्वखाप चौधरियों ने साफ कहा कि अंतरजातीय व सगोत्रीय विवाह कतई मंजूर नहीं है। परंपरा व संस्कृति को बचाने के लिए खाप के फैसलों को कानूनी मान्यता मिलनी चाहिए। पंचायत में सर्वसम्मति से लिए गए फैसलों पर 14 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में तर्क के साथ मजबूत दलील रखी जाएगी।
शनिवार को उत्तर प्रदेश में बागपत स्थित बड़ौत में देशखाप चौधरी सुरेंद्र सिंह के आवास पर जिले के सर्वखाप चौधरियों की पंचायत हुई। संयोजक सुरेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि अंतरजातीय व सगोत्रीय विवाह के कारण ही ऑनर किलिंग की घटनाएं होती हैं, न कि पंचायत के फैसलों के कारण।
सगोत्रीय विवाह से भाई-बहन शादी के बंधन में बंध जाते हैं, जो समाज के लिए कलंक हैं। कोर्ट दोनों को संरक्षण देता है और सरकार खापों की आवाज को दबाने की कोशिश करती है। बैठक में कहा गया कि न्यायालय से खाप के फैसलों पर कानूनी अधिकार मिलना चाहिए।
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