अंतरजातीय नहीं, सगोत्र विवाह समाज के लिए खतरनाक : रविशंकर
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि वे अंतरजातीय विवाह का समर्थन करते हैं, लेकिन सगोत्रीय विवाह वैज्ञानिक दृष्टि से गलत है। उनके मुताबिक देशभर में खाप पंचायतों की छवि को सुधारने के लिए विशेष प्रयास किए जाने की जरूरत है। वह मंगलवार को खाप पंचायतों के महासम्मेलन को
जींद । आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि वे अंतरजातीय विवाह का समर्थन करते हैं, लेकिन सगोत्रीय विवाह वैज्ञानिक दृष्टि से गलत है। उनके मुताबिक देशभर में खाप पंचायतों की छवि को सुधारने के लिए विशेष प्रयास किए जाने की जरूरत है। वह मंगलवार को खाप पंचायतों के महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
महासम्मेलन में उन्होंने कहा कि यहां आकर खापों के बारे में मेरी भ्रांतियां दूर हो गई हैं। अब मै न केवल खापों के साथ मिलकर काम करूंगा, बल्कि इनकी छवि सुधारने में भी सहयोग करूंगा। उन्होंने कहा, भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने वाली खाप पंचायत ऑनर किलिंग जैसे कार्यो में शामिल नहीं हो सकतीं। सगोत्र विवाह का विरोध वैज्ञानिक दृष्टि से सही भी है। इससे आने वाली पीढ़ियों में आनुवांशिक बीमारियां बढ़ने की अधिक संभावना है। उन्होंने कहा कि खापों को आम आदमी को अपने साथ जोड़कर आयुर्वेद, योग और स्किल डेवलपमेंट को गांव तक ले जाना होगा।
रामपाल की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ढोंगी व आपराधिक प्रवृत्ति के धर्मगुरुओं को दोगुना सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, युवाओं में आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए आयुर्वेद, योग की जानकारी के साथ-साथ भारतीय संस्कृति से अवगत कराना अनिवार्य है। पंजाब से होते हुए नशे की प्रवृत्ति हरियाणा में दस्तक दे रही है। हमें सामूहिक प्रयासों से इसे रोकना होगा।
रविशंकर ने कैथल के आरकेएसडी कॉलेज मैदान में प्रवचन देत हुए कहा कि हमें रोज एक घंटा देश के लिए देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामूहिक जिम्मेवारी के साथ तनाव रहित समाज के निर्माण पर बल दिया। इस मौके पर वे बीते दिनों की अपनी इराक यात्र पर भी खुलकर बोले। हालांकि, बगदादी से बातचीत के सवाल को यह कहकर टाल गए कि इस बारे में कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि इराक में एक-एक रोटी के लिए त्रहि-त्रहि मची हुई है। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हैं कि वहां पीड़ितों के लिए अधिक से अधिक मदद की जाए।