अरनिया में पाकिस्तान ने फिर किया संघर्ष विराम का उल्लंघन
पाकिस्तानी रेंजर्स ने शुक्रवार को एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया सेक्टर में हल्की गोलीबारी की। यह गोलीबारी गुरुवार से शुरू आतंकी मुठभे़ड़ के खत्म होने के कुछ घंटों बाद हुई।
उधमपुर। पाकिस्तानी रेंजर्स ने शुक्रवार को एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया सेक्टर में हल्की गोलीबारी की। यह गोलीबारी गुरुवार से शुरू आतंकी मुठभे़ड़ के खत्म होने के कुछ घंटों बाद हुई।
सीमा सुरक्षा बल [बीएसएफ] के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यहां पाकिस्तान की ओर से हम पर कुछ राउंड गोलीबारी की गई। बीएसएफ के जवान इस गोलीबारी के बीच शांत रहे और उन्होंने जवाबी कार्रवाई नहीं की। इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
इससे पहले, अरनिया में सेना और आतंकियों के बीच गुरुवार से चल रहा मुठभेड़ समाप्त हो गया। तकरीबन 32 घंटे चले मुठभेड़ में सेना ने वहां छिपे चारों आतंकवादियों को मार गिराया। बंकर से चार माेटोरोला के सेट और 4 एके 47 रायफलें बरामद की गईं हैं।
सेना ने कथार गांव को पूरी तरह से खाली करा लिया और वह आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। दोपहर के समय सेना की ओर से दावा किया कि बंकर में छिपे एक आतंकी को मार दिया गया है।
पाकिस्तानी रेंजर अंतरराष्ट्रीय सीमा पार पासन पोस्ट से छोटे हथियारों से गोलीबारी कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू दौरे से ठीक एक दिन पहले भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने सीमा के पास अरनिया सेक्टर में सेना के दो बंकरों पर कब्जा कर हमला कर दिया। ये बंकर खाली थे और उनका इस्तेमाल केवल युद्ध के दौरान किया जाता था। कल हुए इस हमले में सेना के तीन जवानों सहित 10 लोग मारे गए ।
मुठभेड़ में सेना ने चार आतंकियों को मार गिराया, तीन भारतीय सैनिक भी शहीद हुए हैं। बंकर को गोले से उड़ाने के लिए मौके पर टैंक भी तैनात कर दिया गया था। सेना के सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान से लगने वाली सीमा पार करके आए आतंकियों ने खाली पड़े दोनों बंकरों पर कब्जा किया और वहीं से ग्रामीणों पर हमला किया। सेना ने इलाके को घेर लिया है। चार आतंकी मारे जा चुके हैं लेकिन कुछ और आतंकियों के होने की आशंका है। सेना इस बंकर को टैंक से उड़ाने पर विचार कर रही है।
जम्मू जिले से लगने वाली पाकिस्तानी सीमा के निकट यह घुसपैठ और हमला तब हुआ जब अगले दिन शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी वहां से करीब 100 किलोमीटर दूर उधमपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। इतना ही नहीं, हमले के वक्त प्रधानमंत्री मोदी अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के साथ दक्षेस सम्मेलन के सिलसिले में नेपाल की राजधानी काठमांडू में मौजूद थे।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मारे गए नागरिकों और सेना के जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना जतायी है। प्रदेश सरकार ने इलाके के सभी पुलिस नाकों और हाई वे पर अलर्ट जारी कर दिया है, ताकि रात के अंधेरे में भागने की कोशिश करने वाले आतंकियों को पकड़ा जा सके।
"काठमांडू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का दक्षेस सम्मेलन में साथ होना और उसी दौरान यह हमला महज इत्तेफाक नहीं है। कुछ चीजें कभी नहीं बदलतीं।"
- उमर अब्दुल्ला, मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर (ट्विटर पर)
देखें तस्वीरें : अरनिया में सेना और आतंकियों के मुठभेड़ की
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