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सावधान! हेयरपिन को हथियार बना लेने वाली महिला कमांडो मेट्रो में तैनात

युवा महिला कमांडो के एक 25 सदस्यीय दस्ते को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसफ) ने 'पेकिटी-तिरसा काली' (पीकेटी) विधि में दक्ष किया है, जिसकी उत्पत्ति दशकों पहले फिलीपींस में हुई थी। इसमें बिना किसी घातक हथियार के प्रयोग के एक समय में कई विरोधियों को एक साथ शरीर में पहने या रखी जाने वाली वस्तुओं के जरिये काबू किया जा सकता है।

By Edited By: Published: Fri, 01 Aug 2014 08:01 PM (IST)Updated: Sat, 02 Aug 2014 07:22 AM (IST)
सावधान! हेयरपिन को हथियार बना लेने वाली महिला कमांडो मेट्रो में तैनात

नई दिल्ली। मार्शल आर्ट और पेन या हेयरपिन जैसी अहानिकारक वस्तुओं के जरिये सुरक्षा को सुनिश्चित करने में सक्षम महिला कमांडो का एक प्रशिक्षित दस्ता दिल्ली मेट्रो में तैनात कर दिया गया है। महिला यात्रियों की सुरक्षा का विशेष जिम्मा इनके कंधों पर होगा।

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युवा महिला कमांडो के एक 25 सदस्यीय दस्ते को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसफ) ने 'पेकिटी-तिरसा काली' (पीकेटी) विधि में दक्ष किया है, जिसकी उत्पत्ति दशकों पहले फिलीपींस में हुई थी। इसमें बिना किसी घातक हथियार के प्रयोग के एक समय में कई विरोधियों को एक साथ शरीर में पहने या रखी जाने वाली वस्तुओं के जरिये काबू किया जा सकता है।

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के महानिदेशक मंगू सिंह ने शुक्रवार को 50 दिनों के कड़े प्रशिक्षण के बाद सीआइएसएफ की इस पहली महिला टुकड़ी की तैनाती को मंजूरी दी। अब तक ऐसा प्रशिक्षण सेना की विशेष इकाई या एनएसजी कमांडो को ही दी जाती रही है। देश में ऐसा पहली बार है कि महिला सुरक्षाकर्मियों को इस तरह का प्रशिक्षण दिया गया है।

इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में मंगू सिंह ने कहा कि डीएमआरसी और सीआइएसफ दिल्ली मेट्रो में यात्रियों-खासकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। इन महिला कमांडो की तैनाती से निश्चित रूप से यात्रियों और महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा करेगा।

कमांडो दस्ते में सभी महिलाएं 30 वर्ष से कम उम्र की हैं और इन्हें कलम, हेयरपिन, टोपी, बेल्ट, जूते के फीते, चाबी और सेंडल का उपयोग कर विरोधियों पर काबू पाने की कला सिखाई गई है।

सीआइएसएफ के आईजी (उत्तर) एववी चतुर्वेदी ने बताया कि महिला कमांडो विशेष तौर पर मार्शल आर्ट की भी ट्रेनिंग दी गई है जिससे कम से कम नुकसान में संदिग्धों पर काबू पाया जा सके। उन्होंने कहा कि कि इन्हें मेट्रो स्टेशन और कोच में तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि महिला कमांडो का यह हमारा पहला दस्ता है। हम और भी महिला सुरक्षाकर्मियों को प्रशिक्षित कर दिल्ली मैट्रो में तैनात करेंगे।

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