Move to Jagran APP

राजधानी में अगले माह महंगी हो जाएगी बिजली

राजधानी में मई में जब तापमान बढ़ेगा, तब उपभोक्ताओं की परेशानी भी बढ़ जाएगी। क्योंकि बढ़े हुए तापमान से राहत पाने के लिए पंखा, कूलर और एसी चलाना महंगा होने वाला है। बिजली कंपनियों की बिजली की दरें बढ़ाने की मांग पर 27 व 28 अप्रैल को जनसुनवाई होगी

By anand rajEdited By: Published: Sat, 18 Apr 2015 08:56 AM (IST)Updated: Sat, 18 Apr 2015 09:14 AM (IST)
राजधानी में अगले माह महंगी हो जाएगी बिजली

नई दिल्ली (राज्य ब्यूरो)। राजधानी में मई में जब तापमान बढ़ेगा, तब उपभोक्ताओं की परेशानी भी बढ़ जाएगी। क्योंकि बढ़े हुए तापमान से राहत पाने के लिए पंखा, कूलर और एसी चलाना महंगा होने वाला है। बिजली कंपनियों की बिजली की दरें बढ़ाने की मांग पर 27 व 28 अप्रैल को जनसुनवाई होगी और मई के पहले सप्ताह तक नई दरें घोषित कर दी जाएंगी।
दिल्ली में बिजली वितरण करने वाली कंपनियां बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल), बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) तथा टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) वर्तमान बिजली की दरों पर बिजली आपूर्ति करने में नुकसान की बात कर इसमें वृद्धि करने की मांग कर रही हैं। इसे लेकर दिल्लीवासी अपनी राय व आपत्ति दर्ज करा सकें इसलिए कंपनियों द्वारा दिए गए दस्तावेज को दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (डीईआरसी) ने अपने वेबसाइट पर डाल दिया था। सुझाव व आपत्ति दर्ज कराने के लिए 17 अप्रैल अंतिम तिथि थी। जानकारी के अनुसार, कुल 117 लोगों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। इन्हें 27 व 28 अप्रैल को डीईआरसी के सामने अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा।

prime article banner


27 को रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरड}ल्यूए) व अन्य संस्थाएं तथा 28 को व्यापारिक व औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि अपना पक्ष रखेंगे। इनकी राय लेने के बाद मई के पहले सप्ताह में वित्त वर्ष 2015-16 के लिए बिजली की नई दरें घोषित कर दी जाएंगी। दिल्ली सरकार, राजनीतिक पार्टियां तथा आरडब्ल्यूए बिजली कंपनियों की मांगों का विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि बिजली कंपनियां गलत आंकड़े पेश कर रही हैं। इसलिए डीईआरसी को बिजली की दरें नहीं बढ़ानी चाहिए।


बिजली कंपनियों की मांग

बिजली कंपनियों का तर्क है कि पिछले दस वर्षो में बिजली खरीद मूल्य में लगभग 300 फीसद की बढ़ोतरी हुई है, जबकि इस दौरान दिल्ली में बिजली की दरें मात्र 65 फीसद बढ़ी हैं। इस कारण उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बिजली की दरें बढ़ाने के लिए डिस्कॉम ने डीईआरसी को जो मसौदा दिया है उसमें बीआरपीएल ने 14.12 फीसद तथा बीवाईपीएल ने 18.83 फीसद का घाटा दिखाया है। वहीं, टीपीडीडीएल ने 13.33 फीसद का घाटा दिखाया है।

ये भी पढ़ेंः अब टाईम के हिसाब से बदलेगा बिजली बिल

ये भी पढ़ेंः बंद मकान का बिल देख डॉक्टर को लगा करंट, चुकाने हैं 24 लाख


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.