त्रुटि रहित मतदाता सूची चाहता है चुनाव आयोग
मतदाता सूचियों को त्रुटि रहित बनाने के मकसद से चुनाव आयोग ने आधार नंबर को मतदाता सूची से जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। राष्ट्रीय मतदाता सूची शुद्धीकरण व प्रमाणन कार्यक्रम (एनईआरपीएपी) 3 मार्च को देशभर में शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य मतदाता सूचियों को पूर्णत: त्रुटि
नई दिल्ली। मतदाता सूचियों को त्रुटि रहित बनाने के मकसद से चुनाव आयोग ने आधार नंबर को मतदाता सूची से जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। राष्ट्रीय मतदाता सूची शुद्धीकरण व प्रमाणन कार्यक्रम (एनईआरपीएपी) 3 मार्च को देशभर में शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य मतदाता सूचियों को पूर्णत: त्रुटि रहित व प्रमाणित बनाना है।
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा, लगभग 13 करोड़ मतदाताओं ने अपनी आधार संख्या को मतदाता सूची से जोड़ने का आवेदन किया है। इसमें 10 करोड़ ने कई माध्यमों से, जबकि तीन करोड़ ने ऑनलाइन आवेदन किया।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत मतदाताओं के आंकड़ों को आधार संख्या के साथ जोड़ा जाएगा ताकि उनका प्रमाणन किया जा सके। एनईआरपीएपी के तहत त्रुटियों को दूर करने के साथ ही मतदाताओं के छायाचित्र की गुणवत्ता सुधारने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। एनईआरपीएपी के तहत लोगों को अपने मतदाता पहचान पत्र को एसएमएस, ईमेल, मोबाइल एप और नेशनल वोटर्स सर्विस पोर्टल के जरिये आधार संख्या से जोड़ने की सुविधा प्रदान की गई है।
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जैदी ने कहा, अभी चुनाव आयोग के सामने कोई चुनाव नहीं हैं इसलिए हमने इसे शुरू किया है। आमतौर पर हम ऐसे कार्यक्रमों को अक्टूबर में शुरू करते हैं, लेकिन इससे महत्वपूर्ण समय बर्बाद हो जाता। आयोग छायाचित्रों के आकलन वाले एक विशेष सॉफ्टवेयर का भी प्रयोग कर रहा है। इसकी मदद से एक ही तरह की कई प्रविष्टियों की जांच हो सकेगी। इसे अभी बिहार में प्रयोग किया जा रहा है। वहां सितंबर-अक्टूबर में चुनाव होने हैं।
इसके अलावा आधार संख्या को मतदाता सूची से 1950 दूरभाष पर कॉल करके भी जुड़वाया जा सकता है। मतदाता सूची पंजीयक अधिकारी भी विशेष शिविरों का आयोजन और बूथस्तरीय अधिकारी घर-घर जाकर भी सर्वेक्षण कर रहे हैं।