चुनाव आयोग ने की आजम-अमित की निंदा, बेनी को चेतावनी
चुनाव आयोग ने भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के करीबी अमित शाह और सपा नेता व उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आजम खां की चुनाव प्रचार के दौरान विवादास्पद बयान देने को लेकर निंदा की है। हाल ही में आयोग ने दोनों नेताओं पर लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में प्रचार करने पर पाबंदी लगा दी थी। साथ ही नरेंद्र मोदी को सबसे बड़ा गुंडा बताने पर केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा की फटकार भी लगाई है।
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के करीबी अमित शाह और सपा नेता व उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आजम खां की चुनाव प्रचार के दौरान विवादास्पद बयान देने को लेकर निंदा की है। हाल ही में आयोग ने दोनों नेताओं पर लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में प्रचार करने पर पाबंदी लगा दी थी। साथ ही नरेंद्र मोदी को सबसे बड़ा गुंडा बताने पर केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा की फटकार भी लगाई है।
आयोग ने नोटिस पर शाह और आजम के जवाब का अध्ययन करने के बाद उनके बयानों की निंदा की। साथ ही कहा कि दोनों नेताओं के प्रचार पर पाबंदी जारी रहेगी। आयोग ने कहा, 'आजम की 11 अप्रैल, 2014 को दी सफाई पर विचार करने और उनके भाषण की वीडियो रिकॉर्डिग देखने के बाद स्पष्ट है कि खां ने भड़काऊ बयान दिए। इससे समुदायों के बीच घृणा का माहौल बन सकता है। आयोग चुनाव प्रचार के दौरान दिए उनके बयान की निंदा करता है।' आयोग ने एक अलग आदेश में अमित शाह के बयान की भी निंदा की। अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर, शामली और मुजफ्फरनगर में कहा था कि आम चुनाव अपनी बेइज्जती का बदला लेने का अच्छा मौका है, जबकि आजम ने कहा था कि कारगिल की लड़ाई मुस्लिम सैनिकों की वजह से जीती गई थी। आयोग ने आजम खां के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने में नरम रवैये पर उत्तर प्रदेश की सपा सरकार की भी आलोचना की। वहीं, आयोग ने बलरामपुर में बेनी के नरेंद्र मोदी को आरएसएस का सबसे बड़ा गुंडा और राजनाथ को गुलाम बताने वाले बयान पर नाराजगी जताई। साथ ही बेनी को भविष्य में सावधान रहने की चेतावनी भी दी है।
सबसे अच्छा गेंदबाज भी फेंक देता है नो बॉल
नई दिल्ली : भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रभारी अमित शाह ने उनके बयान को लेकर चुनाव आयोग की निंदा पर अपनी तुलना उस बेहतरीन गेंदबाज से की है, जो नो बॉल फेंक देता है। उन्होंने कहा, 'मेरा इरादा आचार संहिता का उल्लंघन करने का नहीं था। मेरे भाषण का आकलन करना आयोग का विशेषाधिकार है। आयोग शीर्ष संस्था है और मैं उसके फैसले को स्वीकार करता हूं। कभी ऐसा भी होता है कि सबसे शानदार गेंदबाज भी नो बॉल फेंक देता है। मैं कुछ अलग नहीं हूं।'