विधानसभा चुनाव 2017: पांच राज्यों में बजा चुनावी बिगुल, 11 मार्च को आएंगे नतीजे
विधानसभा चुनाव 2017 के लिए पांच राज्यों में राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में चुनावों की तारीखों का बुधवार को एलान किया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनाव आयोग की ओर से उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनाव तारीखों की घोषणा के साथ ही राजनीतिक समर का बिगुल बज उठा है। अब चार फरवरी से आठ मार्च के बीच इन पांच राज्यों के 16 करोड़ से अधिक मतदाता 690 सीटों पर अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। उत्तर प्रदेश में सात चरण के मतदान 11 फरवरी से शुरू हो कर आठ मार्च तक चलेंगे।
जबकि पंजाब और गोवा में सबसे पहले एक-एक चरण के मतदान चार फरवरी को हो जाएंगे। उत्तराखंड में भी एक चरण में मतदान होगा जिसके लिए 15 फरवरी की तारीख तय की गई है। उत्तर-पूर्व के राज्य मणिपुर में चार और आठ मार्च को मतदान होगा। सभी राज्यों के चुनाव नतीजे 11 मार्च को एक साथ घोषित किये जाएंगे।केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से बुधवार को इन पांच राज्यों के चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है।
मोदी सरकार की ओर से आठ नवंबर को उठाए गए नोट बंदी के बड़े कदम के बाद यह पहला बड़ा चुनाव है। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के भी इसमें शामिल होने की वजह से पूरे देश की नजर इन चुनावों पर होगी। उत्तर प्रदेश की कुल 403 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान होगा। यहां 11 फरवरी को 73 सीटों पर, 15 फरवरी को 67 सीटों पर, 19 फरवरी को 69 सीटों पर, 23 फरवरी को 53 सीटों पर, 27 फरवरी को 52 सीटों पर, चार मार्च को 49 सीटों पर और आठ मार्च को 40 सीटों पर मतदान होगा।
उत्तर प्रदेश में मुख्य मुकाबला भाजपा, बसपा और सपा के बीच होगा। सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी के अंदर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पार्टी संस्थापक और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के बीच जारी टकराव का भी मतदाता पर कैसा असर पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। सबसे पहले चार फरवरी को पंजाब और गोवा में एक ही दिन एक ही चरण में मतदान होगा।
पंजाब में 117 सीटों वाली विधानसभा के लिए सत्तारुढ़ अकाली-भाजपा गठबंधन को कांग्रेस के साथ ही इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनौती दे रही है। गोवा में भी इस पार्टी के मैदान में उतरने के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच सिमटा रहने वाला संग्राम इस बार तीन तरफा होता दिखाई दे रहा है। इस छोटे से राज्य में सिर्फ 40 विधानसभा सीटें हैं। उत्तराखंड की 70 सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। उत्तर पूर्व के छोटे से राज्य मणिपुर में हाल में हुई हिंसा को देखते हुए मतदान दो चरण में करवाने पड़ रहे हैं।
इन पांच राज्यों में कुल 690 विधानसभा क्षेत्र के लिए आयोग ने 1.85 लाख मतदान केंद्र बनाने की तैयारी की है। बुधवार दोपहर आयोग की ओर से चुनाव की घोषणा के साथ ही इन राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई, जो केंद्र सरकार के लिए भी प्रभावी होगी। आयोग ने बताया है कि इन सभी राज्यों में सभी सीटों पर वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही मतदाता को किसी भी उम्मीदवार को नहीं चुनने का विकल्प भी दिया जाएगा। यानी मतदाता मशीन में 'नोटा' (इनमें से कोई नहीं) का बटन भी दबा सकेंगे। कुछ सीटों पर वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल की व्यवस्था भी होगी।
यानी इन सीटों पर वोटिंग मशीन से मतदान के बाद पर्ची भी निकलेगी। आयोग का कहना है कि गोवा ओर मणिपुर में खर्च की सीमा 20 लाख रुपये होगी। जबकि उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में यह सीमा 28 लाख होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस बात से भी इंकार किया है कि चुनाव का एलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लखनऊ रैली की वजह से टाला गया। उन्होंने साफ कहा कि आयोग अपने दिमाग से काम करता है और किसी राजनीतिक दल के अनुरोध के मुताबिक चुनाव की तारीखें तय नहीं करता।
Uttar Pradesh goes to polls in 7 Phases from 11 Feb 2017 till 8 March 2017; Infographics via https://t.co/kwLhW9Q0cI pic.twitter.com/W5kePPExrW
— PIB India (@PIB_India) January 4, 2017
चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेस के मुख्य बिंदु
- पांच राज्यों में आज से आचार संहिता लागू।
- उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 15 जिलों की 73 सीटों के लिए 11 फरवरी, दूसरे चरण में 67 सीटों के लिए 15 फरवरी, तीसरे चरण में 69 सीटों पर 19 फरवरी, चौथे चरण में 53 सीटों के लिए 23 फरवरी, पांचवे चरण में 52 सीटों पर 27 फरवरी, छठे चरण में 43 सीटों के लिए 4 मार्च और अंतिम चरण में 40 सीटों के लिए 8 मार्च को मतदान होगा।
- गोवा, पंजाब में 4 फरवरी, उत्तराखंड में 15 फरवरी और मणिपुर में 4 और 8 मार्च को वोट डाले जाएंगे। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में होगा मतदान।
- उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव में 16 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का करेंगे प्रयोग।
इस बार के चुनावी आंकड़े
- पांच राज्यों के चुनाव में कुल 690 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। लगभग 16 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे।
- चुनाव आयोग के मुताबिक चुनाव में शामिल होने वाले मतदाताओं को आईडी कार्ड में छूट दी गयी है।
- इस बार रंगीन फोटो आईडी कार्ड होंगे। जिसकी डिटेल पोलिंग स्टेशन पर शामिल होगी।
- चुनाव में कुल एक लाख 84 हजार पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। जिसमें कुछ मॉडल पोलिंग स्टेशन होंगे। चुनाव बैलेट पेपर पर प्रत्याशियों की तस्वीर होगी। चुनाव आयोग ने बताया कि गोवा में वोट डालने के बाद पर्ची मिलेगी।
- कई जगह से शिकायत मिलने के बाद चुनाव आयोग ने 30 इंज वोटिंग कंपार्टमेंट पोलिंग स्टेशन पर बनाने का निर्देश दिया है।
- कुछ जगह महिलाओं के लिए पोलिंग स्टेशन पर अलग से वोटिंग की सुविधा होगी। दिव्यांगो को ध्यान रखकर पोलिंग स्टेशन तैयार किए जाएंगे। साथ ही व्हीलचेयर समेत जरुरी सुविधा होगी।
- चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के जरिए होगा। नौकरीपेशा वाले वोटरों के लिए मतदान के कई प्रावधान किए गए हैं। पांडुचेरी में ऐसे सफल पहले प्रयोग पहले किए जा चुके हैं।
उम्मीदवार के लिए नए नियम
- चुनाव आयोग में हलफनामा देना होगा कि उन पर बिजली,पानी और मकान के किराए समेत कोई बकाया नहीं है।
- प्रत्याशियों को भारतीय नागरिकता का शपथ पत्र देना होगा। उम्मीदवारों को नो डिमांड हलफनामा भी देना होगा। उम्मीदवारों के खर्च की सीमा बढी़
- चुनाव खर्च की कड़ाई से निगरानी की जाएगी। यूपी, पंजाब और उत्तराखंड में 28 लाख रुपये ही खर्च कर पाएंगे उम्मीदवार। गोवा, मणिुपर में 20 लाख रुपये खर्च पाएंगे उम्मीदवार।
- नामांकन के वक्त उम्मीदवार को फोटो देना जरुरी होगी।
- मतदान केंद्र के बाहर रखे उम्मीदवारों के बस्ता का पूरा खर्च उम्मीदवार के खर्च में जोड़ा जाएगा।
- उम्मीदवार 20 हजार रुपये से अधिक का खर्च सिर्फ चैक या ड्राफ्ट के माध्यम से ही कर पाएंगे।
- उम्मीदवार 20 हजार रुपये से अधिक का खर्च सिर्फ चैक या ड्राफ्ट के माध्यम से ही कर पाएंगे।
- उम्मीदवार अगर अतिरिक्त एफीडेबिट नहीं फाइल करते हैं तो उनका नामांकन रद्द हो सकता है। बैलेट पेपर पर उम्मीदवार की तस्वीर भी होगी।
मतदाताओं को जागरूक बनाने के लिए चुनाव आयोग के कदम
- चुनाव आयोग मतदाता को जागरुक करने का प्रयास करेगा।
- वोटर की जानकारी के लिए पोस्टर्स। दिव्यांगों को ध्यान में रखकर बनाए जाएंगे पोलिंग बूथ।
- गुप्त मतदान के लिए ईवीएम के पास ऊंची दीवार होगी। ईवीएम में उम्मीदवार की तस्वीर होगी।
- सोशल मीडिया का भी सहारा मतदाता को जागरुक करने के लिए लिया जाएगा।
- राजनीतिक दलों के सहयोग से चलने वाले मीडिया पर भी चुनाव आयोग नजर रखेगा।
- अगर प्रत्याशियों के पक्ष में पेड न्यूज चलायी गयी तो उनके खर्च की सीमा में पेड न्यूज के खर्च को जोड़ा दिया जाएगा।
- सभी वोटर्स को फोटो वाली वोटर स्लिप मिलेगी। 1 लाख 85 हजार पोलिंग बूथ बनाए गए।
- कुल 690 विधानसभा सीटों पर होगा चुनाव जिनमें से 133 सीटें सुरक्षित होंगी।
पिछले कुछ दिनों से इन राज्यों में राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी ताकत दिखाने में जुटी हुई हैं। केंद्रीय केंद्रीय गृह मंत्रालय पहले ही उत्तर प्रदेश सहित पांचों राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के दौरान तैनाती के लिए करीब 85,000 सुरक्षाकर्मी देने की बात कर चुका है।
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पांच राज्यों का चुनावी कार्यक्रम
गोवा-
- गोवा की 40 विधानसभा सीटों पर एक चरण में मतदान होगा।
- नोटिफिकेशन की तारीख- 11 जनवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 18 जनवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 19 जनवरी
- नामांकन की वापसी- 21 जनवरी
- चुनाव की तारीख- 4 फरवरी
पंजाब-
- पंजाब की 117 विधानसभा सीटों पर एक चरण में मतदान होगा।
- नोटिफिकेशन की तारीख- 11 जनवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 18 जनवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 19 जनवरी
- नामांकन की वापसी- 21 जनवरी
- चुनाव की तारीख- 4 फरवरी
उत्तराखंड-
- उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में मतदान होगा।
- नोटिफिकेशन की तारीख- 20 जनवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 27 जनवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 28 जनवरी
- नामांकन की वापसी- 30 जनवरी
- चुनाव की तारीख- 15 फरवरी
मणिपुर-
पहला चरण -38 विधानसभा सीटों पर चुनाव
- नोटिफिकेशन की तारीख- 8 फरवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 15 फरवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 16 फरवरी
- नामांकन की वापसी- 18 फरवरी
- चुनाव की तारीख- 4 मार्च
दूसरा चरण -22 विधानसभा सीटों पर चुनाव
- नोटिफिकेशन की तारीख- 11 फरवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 18 फरवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 20 फरवरी
- नामांकन की वापसी- 22 फरवरी
- चुनाव की तारीख- 8 मार्च
उत्तर प्रदेश- 403 विधानसभा सीट, सात चरणों में मतदान
पहला चरण-73 विधानसभा सीट, 15 जिलें
- नोटिफिकेशन की तारीख- 17 जनवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 24 जनवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 25 जनवरी
- नामांकन की वापसी- 27 जनवरी
- चुनाव की तारीख- 11 फरवरी
दूसरा चरण- 67 विधानसभा सीट- 11 जिले
- नोटिफिकेशन की तारीख- 20 जनवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 27 जनवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 28 जनवरी
- नामांकन की वापसी- 30 जनवरी
- चुनाव की तारीख- 15 फरवरी
तीसरा चरण-69 विधानसभा सीट- 12 जिले
- नोटिफिकेशन की तारीख- 24 जनवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 31 जनवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 2 फरवरी
- नामांकन की वापसी- 4 फरवरी
- चुनाव की तारीख- 19 फरवरी
चौथा चरण-53 विधानसभा क्षेत्र,
- नोटिफिकेशन की तारीख- 30 जनवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 6 फरवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 7 फरवरी
- नामांकन की वापसी- 9 फरवरी
- चुनाव की तारीख- 23 फरवरी
पांचवा - 52 विधानसभा सीटें -11 जिले
- नोटिफिकेशन की तारीख- 2 फरवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 9 फरवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 11 फरवरी
- नामांकन की वापसी- 13 फरवरी
- चुनाव की तारीख- 27 फरवरी
छठा चरण- 49 विधानसभा सीटें- 7 जिले
- नोटिफिकेशन की तारीख- 8 फरवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 15 फरवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 16 फरवरी
- नामांकन की वापसी- 18 फरवरी
- चुनाव की तारीख- 4 मार्च
सातवां चरण- 40 विधानसभा सीटें- 7 जिले
- नोटिफिकेशन की तारीख- 11 फरवरी
- नामांकन की आखिरी तारीख- 18 फरवरी
- नामांकन की जांच की तारीख- 21 फरवरी
- नामांकन की वापसी- 22 फरवरी
- चुनाव की तारीख- 8 मार्च
मतगणना- 11 मार्च
विज्ञान कांग्रेस में बोले पीएम, 2030 में टॉप 3 देशों में शामिल होगा भारत
बता दें कि चुनाव आयोग ने गृह मंत्रालय से विधानसभा चुनावों के दौरान तैनाती के लिए एक लाख सुरक्षाकर्मियों की मांग की थी। गृह मंत्रालय ने 85 हजार सुरक्षाकर्मी देने की बात की है। अर्धसैनिक बलों के अलावा राज्यों के पुलिस बल भी चुनाव ड्यूटी पर तैनात किए जाएंगे।