...जब 10 सेकेंड तक हिलता रहा उत्तर भारत, दहशत में आए लोग
भूकंप का खतरा टला नहीं है। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में आए जलजले की तीव्रता भले ही 5.8 रही हो, लेकिन जानकार किसी बड़े खतरे की आहट बता रहे हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में सोमवार की रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। मौसम विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र उत्तराखंड का रुद्रप्रयाग जिला रहा। रिक्टर पैमाने पर इसका परिमाण 5.8 मापा गया। भूकंप का केंद्र रहे उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग के लिए एनडीआरएफ की चार टीमें रवाना हो गईं हैं।
Epicentre of #earthquake measuring 5.8 magnitude on Richter Scale was in #Rudraprayag of Uttarakhand: #NationalSeismologicalBureau.
— Press Trust of India (@PTI_News) February 6, 2017
उत्तराखंड में अधिकारियों के संपर्क में है पीएमओ- पीएम मोदी
सोमवार रात को आए भूकंप के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के उत्तरी भाग में आए भूकंप के बाद के हालातों का जायजा लिया है। पीएम मोदी ने भी टवीट् करते हुए कहा, 'मैंने उत्तर भारत के विभिन्न भागों में भूकंप आने के बाद के हालात का जायजा लिया और अधिकारियों से बात की।' अपने अगले ट्वीट में पीएम ने लिखा, 'पीएमो भूकंप का केंद्र रहे उत्तराखंड में अधिकारियों के संपर्क में है, मैं हर किसी की सुरक्षा की कामना करता हूं।'
PMO is in touch with officials in Uttarakhand, which is the epicentre of the quake. I pray for everyone's safety & wellbeing.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2017
उत्तराखंड के सभी जिलों में भूकंप के तेज झटके
उत्तराखंड से मिली खबरों के मुताबिक कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के सभी जिलों में तेज झटके महसूस किए गए जिसके बाद लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के झटके लगभग लगभग 15 सेकेंड तक रहे। फिलहाल कहीं भी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। देहरादून के त्यूणी के अलावा चमोली जिले में कुछ स्थानों पर घरों में दरारें पड़ने की सूचना है। वहीं पश्चिमी यूपी सहित पंजाब में झटके महसूस किए जाने की खबर है। अभी तक किसी भी जगह से जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है।
PICS: उत्तराखंड में भूकंप के तेज झटके, लोग घरों से निकले बाहर
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गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी लिया जायजा
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी भूकंप को लेकर अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एनडीआरएफ की दो टीमों को भूकंप के केंद्र रुद्रप्रयाग रवाना कर दिया गया है। गृह मंत्रालय ने एनडीआरएफ को अलर्ट पर रहने को कहा है।
Union Home Minister Rajnath Singh asks for detailed report on earthquake, NDRF put on high alert
— ANI (@ANI_news) February 6, 2017
10.33 बजे पहला झटका, इन राज्यों में भी महसूस किए गए झटके
बता दें कि उत्तराखंड में सवा दो माह के अंतराल में छठवीं बार धरती डोली है। सोमवार को भूकंप का पहला झटका 10:33 बजे महसूस हुआ। कुछ देर बार दूसरा झटका भी महसूस किया गया। इस दरम्यान मोबाइल सेवाएं भी कुछ देर के लिए गड़बड़ा गई थीं। भूकंप के झटके न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पड़ोसी उत्तर प्रदेश समेत अन्य स्थानों पर भी महसूस हुए।
भूकंप से हरियाणा के पानीपत, अंबाला, करनाल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में अचानक धरती हिलने से अफरा-तफरी मच गई। घरों में सामान हिलने लगे और लोग घरों से बाहर निकल गए। पंजाब में डोली धरतीपंजाब के लुधियाना, पटियाला सहित चंडीगढ़ में भी सोमवार रात 10.35 बजे भूकंप के झटके लगे। लोग घरों से बाहर सड़कों पर निकल आए। तीन झटके लगने के बाद लोगों में अफरातफरी मच गई।
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आपको बता दें कि दिसंबर और जनवरी के महीने में भी पूर्वोत्तर भारत में तीन बार भूकंप आया था। हालांकि उनमें जानमाल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था।
कैसे आता है भूकंप
- भूकंप अक्सर भूगर्भीय दोषों और धरती या समुद्र के अंदर होने वाली विभिन्न रासायनिक क्रियाओं के कारण भूकंप आते हैं।
- हमारी धरती चार परतों यानी इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट से बनी हुई है।
- 50 किलोमीटर की यह मोटी परत विभिन्न वर्गों में बंटी हुई है, जिन्हें टैक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है।
- ये टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं, लेकिन जब ये बहुत ज़्यादा हिलती हैं और इस क्रम में एक प्लेट दूसरी के नीचे आ जाती है, तो भूकंप आता है।
- 50 से 100 किलोमीटर तक की मोटाई की ये परतें लगातार घूमती रहती हैं। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा होता है और ये परतें इसी लावे पर तैरती रहती हैं और इनके टकराने से ऊर्जा निकलती है, जिसे भूकंप कहते हैं।
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