भूकंप से चीन में 4 की मौत, जापान में 30 घायल
चीन और जापान के पर्वतीय इलाके में शनिवार देर रात भूकंप के तीव्र झटके महसूस किए गए। भूकंप से चीन में दो लोगों की मौत हो गई वहीं जापान में 30 से भी ज्यादा लोग घायल हो गए।
टोक्यो/बीजिंग। चीन और जापान के लिए शनिवार का दिन काला रहा। भूकंप के झटकों ने दोनों देशों को हिला कर रख दिया। तेज भूकंप के झटकों के चलते चीन में चार लोगों की मौत हो गई वहीं, जापान में 30 से भी ज्यादा लोग जख्मी हो गए। चीन में भूकंप प्रभावित इलाकों में तकरीबन 26 हजार मकान क्षतिग्रस्त हो गए वहीं इन इलाकों के 79,000 से ज्यादा लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। चीन सरकार ने भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए एक हजार सैनिक बल के साथ-साथ डॉक्टरों की टीम मुस्तैद कर दी है। कई लोगों के लापता होने की भी आशंका जताई जा रही है। भूकंप पीड़ितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम तेजी से किया जा रहा है। चीन का शिचुआन क्षेत्र भूकंप से तहस-नहस हो गया है। बताते चलें कि शिचुआन भरत की तिब्बती सीमा से सटा हुआ पर्वतीय इलाका है। यहां 2008 में भी भूकंप ने तबाही मचाई थी।
जापान में आधा दर्जन मकान ध्वस्त
जापान के पर्वतीय इलाके में शनिवार देर रात भूकंप के तीव्र झटके महसूस किए गए। भूकंप से आधा दर्जन से भी ज्यादा मकान ध्वस्त हो गए। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि भूकंप से आधा दर्जन मकानों में रह रहे 30 लोग घायल भी हुए हैं। भूकंप 6.8 की तीव्रता से आया था।
भूकंप जापान के नागोना शहर में आया था। वहीं, यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप की तीव्रता 6.2 थी। सर्वे करने वाली एजेंसियों ने भूकंप से पीड़ित लोगों को राहत भरी खबर देते हुए कहा है कि सुनामी की कोई आशंका है। अकसर देखा गया है कि भूकंप के बाद संबंधित क्षेत्र के तटीय इलाकों में सुनामी की लहरें भी उठने लगती हैं।
भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले कुछ लोगों का कहना है कि इससे पहले उन लोगों ने ऐसा भूकंप नहीं देखा था। कुछ लोगों का कहना है कि भूकंप की तीव्र तो था लेकिन नुकसान कुछ भी नहीं हुआ।
बताते चलें कि जिस क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं वहां 1998 में विंटर ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया था।