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'नाराज' कुदरत का कहर भारत में लील गया 45 जिंदगी, दहशत अब भी

नेपाल ही नहीं समूचा भारत शनिवार को कुदरत के कहर से सहमा रहा। नेपाल में तबाही मचाने के बाद भूकंप ने भारत की ओर रुख कर लिया। भूकंप ने यूपी-बिहार को भी नहीं बख्शा। पश्चिम बंगाल भी भूकंप की जद में रहा।

By vivek pandeyEdited By: Published: Sat, 25 Apr 2015 11:48 AM (IST)Updated: Sat, 25 Apr 2015 10:25 PM (IST)
'नाराज' कुदरत का कहर भारत में लील गया 45 जिंदगी, दहशत अब भी

नई दिल्ली। नेपाल ही नहीं समूचा भारत शनिवार को कुदरत के कहर से सहमा रहा। नेपाल में तबाही मचाने के बाद भूकंप ने भारत की ओर रुख कर लिया। भूकंप ने यूपी-बिहार को भी नहीं बख्शा। पश्चिम बंगाल भी भूकंप की जद में रहा। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार यूपी-बिहार में भूकंप से कुल 45 मौतें हो चुकी हैं व 100 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। नेपाल में जहां सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई वहीं, भारत में लाखों लोग अपनी और अपने करीबियों के जिंदगी के लिए दुआ करते रहे। दोपहर के भूकंप से लोग अभी पार नहीं पा सके थे कि शाम तकरीबन साढ़े छह बजे भूकंप ने लोगों को फिर झकझोर दिया। मुजफ्फरपुर, देवरिया, पटना, गोरखपुर व दिल्ली के इलाकों में शाम के वक्त भूकंप के झटके फिर महसूस किए गए। शाम के वक्त भूकंप की तीव्रता 4.07 रिक्टर नापी गई।

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उत्तर भारत में यहां लगे भूकंप के झटके

बिहार- मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी, रकसौल, वैशाली, पटना

उत्तर प्रदेश- गोरखपुर, देवरिया, महाराजगंज, वाराणसी, फैजाबाद, कानपुर, बाराबंकी, अलीगढ़, गाजियाबाद

भारत के ये हिस्से भी रहे प्रभावित

सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, केरल, कोच्ची, तमिलनाडु, गुजरात, कर्नाटक, मनिपुर, महाराष्ट्र

भूकंप के बाद हिमस्खलन लील गया 18 जिंदगी

नेपाल के बाद उत्तर भारत एवं अासपास के राज्यों और पड़ोसी देशों में शनिवार दोपहर आधे घंटे के अंतराल में दो बार भूकंप के जोरदार झटके आए। इस झटके के बाद पलक झपकते ही सैकड़ों लोग मौत की नदीं सो गए। अभी हालात काबू में आ पाते कि भूकंप के बाद माउंट एवरेस्ट में आए हिमस्खलन से 18 लोगों की मौत हो गई। ये सभी पर्वतारोही माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप में रुके हुए थे। भूकंप आने के कुछ ही देर बाद हिमस्खलन ने पर्वतारोहियों की जान ले ली।

भारत में 45 मौत लेकर आया भूकंप

-उत्तर प्रदेश में 12

-बिहार में 30

-पश्चिम बंगाल में 3

यहां हुए इतने जख्मी

-सिलीगुड़ी में करीब 10

-मालदा के एक स्कूल के 40 छात्र

-बिहार में 150 से ज्यादा जख्मी

-यूपी में तकरीबन 100 जख्मी

भूकंप के झटकों का वक्त

-पहला झटका सुबह करीब 11 बजकर 40 मिनट पर

-दूसरा झटका 12 बजकर 17 मिनट पर

-शाम के वक्त तकरीबन साढ़े छह बजे भी भूकंप के झटके महसूस किए गए

भूकंप की तीव्रता

भारत में भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.06 मापी गई जबकि नेपाल में भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 मापी गई। वहीं शाम के वक्त यूपी-बिहार के साथ-साथ दिल्ली के कई इलाकों में 4.07 रिक्टर की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए।

केंद्र ने भेजी बिहार के लिए मदद

भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभावित इलाकों की केंद्र पल-पल की जानकारी लेता रहा। इन भूकंप प्रभावित इलाकों को राहत पहुंचाने के लिए केंद्र ने एनडीएम व एनडीआरएफ की टीम दोपहर ही रवाना कर दी थी। गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों पर स्वयं निगरानी कर रहे हैं।

भूकंप त्रासदी के जख्मों पर नमक छिड़केगा मौसम

मौसम का पूर्वानुमान दिल दहला देने वाला है। मौसम वैज्ञानिकों के पूर्वानुमान की मानें तो नेपाल के साथ-साथ बिहार और यूपी के भूकंप प्रभावित इलाकों में आने वाले तीन दिन तक तूफान के साथ भारी बारिश हो सकती है।

देखेंः भूकंप के बाद की ताजा तस्वीरें

सिलीगुड़ी में क्षतिग्रस्त इमारत :

वाराणसी में इमारतों से बाहर भागते लोग :

मोदी ने जनता को किया सावधान

भूकंप के झटकों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश व पड़ोसी देश नेपाल पर पूरे दिन नजर गड़ाए रखी। प्रधानमंत्री ने बिहार और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों से बात कर वहां के हालात के बारे में जानाकारी ली। प्रधानमंत्री ने दोपहर तीन बजे उच्चस्तरीय बैठक भी बुलाई। उन्होंने जनता को मैसेज भी भेजा कि मौसम विभाग ने लोगों को अभी सतर्क रहने को कहा है, अभी और झटके आने की आशंका जताई गई है।

कुशीनगर में भूकंप से क्षतिग्रस्त भवन :

भूकंप को देखते हुए नोएडा के गोल्फ कोर्स मेट्रो स्टेशन पर तकरीबन दस मिनट तक मेट्रो सेवा रोक दी गई। भूकंप का झटके इतना जोरदार था कि उत्तर प्रदेश एवं बिहार के कई जिलों में नेटवर्क सेवा ठप हो गई। इसके चलते लोगों का मोबाइल काम करना बंद कर दिया। नेपाल में भूकंप की तीव्रता काफी थी। जिसकी वजह से वहां की मोबाइल सेवा पूरी तरह बाधित रही। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी मेट्रो सेवा रोक दी गई है।

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यह झटके दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, सिक्किम, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और उड़ीसा में महसूस किए गए। पूरे उत्तर भारत में लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार नेपाल में भूकंप का केंद्र बताया जा रहा है, जबकि रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.5 आंकी गई है। धरती से 35 किलोमीटर अंदर इसका केंद्र बताया जा रहा है।

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भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में आपातकालीन कंट्रोल रूम की स्थापना की है। यहां से 24 घंटे भूकंप पीड़ितों के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है।

कंट्रोल रूम फोन न: - 011-2301 2113 / 2301 4104/ 2301 7905

फैक्स नं:- 23018158

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