भाभा परमाणु शोध केंद्र के ऊपर उड़ा ड्रोन
राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) की हिफाजत में चूक का सनसनीखेज मामला उजागर होने से सरकारी एजेंसियों में हड़कंप मचा हुआ है।
राज्य ब्यूरो। राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) की हिफाजत में चूक का सनसनीखेज मामला उजागर होने से सरकारी एजेंसियों में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल बार्क के ऊपर सोमवार को एक ड्रोन करीब 25 मिनट तक लगातार उड़ान भरता रहा और तस्वीर उतारता रहा, लेकिन इसकी भनक किसी भी सुरक्षा एजेंसी को नहीं लगी।
हालांकि बाद में नींद से जागी मुंबई पुलिस ने देश के अहम शोध केंद्र के ऊपर ड्रोन उड़ाने और परिसर की तस्वीरें उतारने के आरोप में एक प्रापर्टी वेबसाइट के कर्मचारी शिवकुमार शहाणे को हिरासत में ले लिया है। उसके दो अन्य साथियों की तलाश जारी है।
प्रोफेसर ने बनाई वीडियो
सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा एजेंसियों की लापरवाही के चलते ड्रोन उड़ान का यह मामला खुलता ही नहीं। लेकिन बार्क के एक प्रोफेसर ने करीब 20 मीटर की ऊंचाई पर ड्रोन को उड़ता हुए देखा। उन्होंने तुरंत अपने मोबाइल कैमरे से उड़ते ड्रोन का वीडियो बना लिया। साथ ही कुछ ही दूरी पर ड्रोन को रिमोट से संचालित कर रहे लोगों की तस्वीरें भी उतार ली। यह ड्रोन करीब 25 मिनट तक कैंपस के ऊपर उड़ता रहा।
फिर दर्ज कराई रिपोर्ट
प्रोफेसर द्वारा फोटो खींचते देख तीनों व्यक्ति एक टोयोटा कार में सवार होकर भाग निकले। लेकिन प्रोफेसर ने उक्त वीडियो दिखाते हुए क्षेत्रीय ट्राम्बे पुलिस थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज करा दी। जिसके बाद से पूरी प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। सकते में आई पुलिस ने प्रोफेसर के वीडियो में दिख रहे चेहरों के आधार पर शहाणे को हिरासत में लिया।
वेबसाइट के लिए उतार रहा था फोटो
क्षेत्रीय पुलिस आयुक्त संग्राम सिंह निशानदार के अनुसार शहाणे एक प्रॉपर्टी वेबसाइट का कर्मचारी है। वह अपनी कंपनी की वेबसाइट पर बार्क का फोटो डालने के लिए ड्रोन से तस्वीरें खींच रहा था। पुलिस अभी शहाणे से पूछताछ कर रही है। साथ ही पुलिस उसके दो साथियों की भी तलाश कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इन तीनों के विरुद्ध संबंधित अधिकारियों या पुलिस की अनुमति के बिना ड्रोन से तस्वीरें खींचने का मामला दर्ज हो सकता है।
दो महीने के भीतर दूसरी चूक
बता दें कि कई बार आतंकी हमले झेल चुकी मुंबई में पुलिस की अनुमति के बिना कोई भी वस्तु आसमान में उड़ाना मना है। इसके बावजूद पिछले दो माह में दूसरी बार इस प्रकार की घटना सामने आई है। करीब डेढ़ माह पहले मई में मुंबई एयरपोर्ट के ऊपर पैराशूट जैसी पांच वस्तुएं देखी गई थीं। जिसके बाद कुछ समय के लिए मुंबई विमानतल से उड़ाने रोक दी गई थीं। जांच के बाद पता चला था कि किसी विज्ञापन कंपनी ने एक हीरा कंपनी द्वारा आयोजित आंतरिक क्रिकेट मैच के दौरान ये गैस भरे गुब्बारे उड़ाए थे।