उद्यमी विश्वविद्यालय की कल्पना कर रहे थे कलाम
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने गृह नगर रामनाथपुरम में एक अनोखे विश्वविद्यालय की स्थापना चाहते थे। उन्होंने ऐसे विश्वविद्यालय का सपना देखा था, जहां रोजगार का अवसर पैदा करने वाले उद्यमी बाहर से आते।
नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने गृह नगर रामनाथपुरम में एक अनोखे विश्वविद्यालय की स्थापना चाहते थे। उन्होंने ऐसे विश्वविद्यालय का सपना देखा था, जहां रोजगार का अवसर पैदा करने वाले उद्यमी बाहर से आते। जीवन रहते उनका यह सपना साकार नहीं हो सका। सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति ने आखिरी सांसें ली।उनके रिश्तेदारों के मुताबिक आम आदमी के राष्ट्रपति में संस्थान को लेकर की गई अपनी परिकल्पना पर अत्यंत आत्मविश्वास था।
कलाम के बड़े भाई के पोते शेख दाऊद ने कहा, 'वह रामनाथपुरम में एक विश्वविद्यालय चाहते थे। अपने पैतृक जगह के लिए उनकी यह आखिरी ख्वाहिश थी। उनकी यह इच्छा लंबे समय से थी। उन्होंने रामेश्वरम में बहु अनुशासनिक संस्थान की कल्पना की थी। रामेश्वरम तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में है। कलाम का जन्म रामेश्वरम में हुआ था। देश का राष्ट्रपति चुने जाने से पहले जाने माने वैज्ञानिक कलाम अन्ना विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में काम कर रहे थे। वह शिक्षा और अनुसंधान के काम से भी जुड़े रहे।
केरल में कलाम के नाम पर होगा तकनीकी विवि
तिरुवनंतपुरम। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के योगदान का सम्मान करते हुए केरल सरकार ने प्रस्तावित विश्वविद्यालय के नाम से पहले उनका नाम जोड़ने का फैसला लिया है। राज्य विधानसभा में बुधवार को मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने इस आशय की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा, 'डॉ. कलाम एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भारत की गति को तीव्र बनाने में असाधारण योगदान दिया। एक वैज्ञानिक के रूप में करीब 20 वर्षो से उनका राज्य के साथ संबंध रहा।'