ब्रह्मोस की रेंज होगी 450 किमी, 10 मार्च को होगा परीक्षण
डीआरडीओ के प्रमुख एस. क्रिस्टोफर ने बुधवार को बताया कि ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज बढ़ाकर 450 किमी करने के लिए एक सॉफ्टवेयर बदलने की जरूरत होगी।
बेंगलुरु, आइएएनएस। भारत अपनी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस की रेंज 290 किलोमीटर से बढ़ाकर 450 किलोमीटर करने जा रहा है। इस संबंध में एक परीक्षण अगले महीने 10 मार्च को होगा।
डीआरडीओ के प्रमुख एस. क्रिस्टोफर ने बुधवार को बताया कि ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज बढ़ाकर 450 किमी करने के लिए एक सॉफ्टवेयर बदलने की जरूरत होगी। इसे परखने के लिए इसका परीक्षण अगली दस तारीख को होगा। इसके अलावा, डीआरडीओ ब्रह्मोस मिसाइल का दूसरा वर्जन भी विकसित करने की तैयारी कर रहा है। 800 किमी रेंज वाले ब्रह्मोस मिसाइल की इस श्रृंखला को विकसित करने में और ढाई साल लगेंगे। उन्होंने बताया कि ब्रह्मोस भारतीय सेना में वर्ष 2007 से तैनात है। ब्रह्मोस की तीन श्रृंखलाएं सेना का हिस्सा हैं और यह सभी ब्लाक-3 वर्जन से लैस हैं। ब्रह्मोस को जमीन, समुद्र, समुद्र के अंदर और हवा से लांच किया जा सकता है।
लेकिन उन्होंने अग्नि-5 मिसाइल की रेंज बढ़ाने की योजना से इन्कार कर दिया। अग्नि मिसाइल का रेंज फिलहाल 5000 किलोमीटर से अधिक है, जोकि बीजिंग तक को निशाना बना सकती है। उल्लेखनीय है कि भारत जून 2016 में ही मिसाइल टेक्नोलाजी कंट्रोल रिजीम (एमटीसीआर) का सदस्य बना है। एमटीसीआर मिसाइल का प्रसार रोकने और 300 किमी के दायरे में 500 किग्रा भार का पेलोड ले जाने वाले मानवरहित एरियल वेहिकल टेक्नोलाजी को नियंत्रित करने की अनौपचारिक और ऐच्छिक साझेदारी करता है। इससे सदस्य देशों को इस संगठन के बाहर किसी अन्य देश को तकनीक देने से रोका जाता है।
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