पैसे हैं नहीं, बिहार को पैकेज कहां से देंगे- राहुल गांधी
बिहार को विशेष पैकेज दिए जाने पर लालू-नीतीश के बाद अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सवाल उठाए हैं। अमेठी दौरे के दूसरे दिन हरिपुर गांव में राहुल ने कहा कि पैसे हैं नहीं और मोदी जी बिहार को एक लाख 65 हजार करोड़ रुपये देने की बात....
अमेठी : बिहार को विशेष पैकेज दिए जाने पर लालू-नीतीश के बाद अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सवाल उठाए हैं। अमेठी दौरे के दूसरे दिन हरिपुर गांव में राहुल ने कहा कि पैसे हैं नहीं और मोदी जी बिहार को एक लाख 65 हजार करोड़ रुपये देने की बात कह रहे हैं।
उन्होंने सरकार के काला धन लाने के वादे पर भी सवाल उठाए।कांग्रेस उपाध्यक्ष ने किसानों और युवाओं की चौपाल में शुरुआत उन समस्याओं से की जिसकी बाबत अमेठी की जनता उनसे सवाल करती रही है। लोगों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि आपसे बिजली व सड़क का वादा किया गया था। कुछ नहीं मिला।
राहुल ने ललित मोदी के बहाने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला। कहा, ललित मोदी को सुषमा स्वराज बचा रही हैं। सुषमा स्वराज को नरेंद्र मोदी जी बचा रहे हैं। वास्तव में मोदी को मोदी जी ही बचा रहे हैं। अरुण जेटली कहते हैं कि कांग्रेस संसद नहीं चलने देती। जबकि जेटली जी पांच उद्योगपतियों के सहारे संसद चलाना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री को है हिंसा में भरोसा
भादर के प्रेम नगर छीड़ा में बिनोवा भावे महाविद्यालय में बिनोवा की मूर्ति का अनावरण करते हुए राहुल ने कहा कि बिनोवा जी और गांधी जी दोस्त थे। उन्होंने अङ्क्षहसा के सहारे देश को आजादी दिलाई। आरएसएस के लोग और हमारे प्रधानमंत्री ङ्क्षहसा में विश्वास रखते हैं। ये ङ्क्षहसा के सहारे शासन चलाना चाहते हैं जबकि कांग्रेस बिनोवा और गांधी के सिद्धांतों पर चलती है। राहुल ने एफटीआइआइ छात्रों पर कार्रवाई की निंदा की और कहा, छात्र पीटे जा रहे हैं मोदी जी, क्या यही अच्छे दिन हैं।
डीएम-एसपी को किया तलब
जिले में बिजली आपूर्ति, विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की जानकारी लेने के लिए सांसद राहुल गांधी जिलाधिकारी जगतराज व पुलिस अधीक्षक हीरालाल को मुंशीगंज गेस्ट हाऊस में तलब किया। उन्होंने अधिकारियों से विस्तार से बात की और बिजली कटौती पर नाराजगी भी जताई।
विरोध में नारेबाजी
भादर के कल्याणपुर में कई लोग राहुल गांधी को सिंचाई की समस्या बताने के लिए खड़े थे। राहुल नहीं रुके तो लोगों ने विरोध में नारेबाजी की।