प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विशेष मुलाकात चाहते हैं डोनाल्ड ट्रंप
जुलाई में समूह-20 देशों की शीर्ष बैठक में भी ट्रंप-मोदी मुलाकात संभव..
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। अमेरिकी प्रशासन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम नरेंद्र मोदी की बहुप्रतीक्षित बैठक को लेकर बेहद उत्सुक है। यही वजह है कि सितंबर में संयुक्त राष्ट्र की सालाना बैठक के साथ अमेरिकी प्रशासन दोनों देशों के नेताओं की मुलाकात नहीं चाहता। क्योंकि पूरा प्रशासनिक अमला संयुक्त राष्ट्र की बैठक की तैयारियों और अन्य राष्ट्राध्यक्षों के साथ होने वाली द्विपक्षीय बैठकों में भी व्यस्त रहेगा और मोदी व ट्रंप की मुलाकात पर पूर ध्यान नहीं दिया जा सकेगा। इसलिए अमेरिकी प्रशासन की इच्छा है कि सितंबर से पहले ही मोदी अमेरिका की यात्रा पर आए ताकि द्विपक्षीय मुद्दों पर ज्यादा फोकस किया जा सके।
वैसे ट्रंप और मोदी की इस द्विपक्षीय बैठक से पहले जुलाई में समूह-20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों की बैठक में भी एक मुलाकात संभव है। समूह-20 देशों के प्रमुखों की सालाना बैठक जर्मनी में होनी है। वैसे ट्रंप प्रशासन का नजरिया अभी तक जी-20 बैठक को लेकर कुछ खास नहीं है लेकिन अगर ट्रंप वहां पहुंचते तो मोदी समेत अन्य देशों के नेताओं के साथ उनकी मुलाकात संभव है। पारंपरिक तौर पर ऐसा होता रहा है। बताते चलें कि तीन दिन पहले जब ट्रंप ने मोदी को चार राज्यों में जीत हासिल करने पर बधाई देने के लिए फोन किया था तो उन्होंने उनकी आगामी यात्रा को लेकर भी उत्सुकता जताई थी। अमेरिका के राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी विज्ञप्ति में बताया गया था कि ट्रंप ने कहा है कि वह मोदी की इस वर्ष के दौरान अमेरिका आने का इंतजार कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक भारत व अमेरिका के बीच मोदी की अमेरिका यात्रा को लेकर जनवरी, 2017 से ही बातचीत हो रही है। पहले जून, 2017 में जाने की संभावना पर विमर्श हुआ था लेकिन इस बीच भारत व रूस के कूटनीतिक रिश्तों के 70 वर्ष पूरा होने के अवसर पर मोदी के रूस जाने की योजना बन गई है। दोनों सरकारों के तमाम विभाग व मंत्रालय भी मोदी व ट्रंप की मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं ताकि लंबित मुद्दों को आगे बढ़ाया जा सके। पूर्व राष्ट्रपति ओबामा और पीएम मोदी ने व्यक्तिगत रिश्तों के जरिए द्विपक्षीय संबंधों के नए एजेंडे तय किये थे। मोदी व ट्रंप की मुलाकात के बाद ही तय होगा कि इन्हें किस तरह से आगे बढ़ाना है।
वैसे दोनों देशों की सरकारों के बीच मोदी व ट्रंप की मुलाकात की तैयारी भी शुरु हो गई है। पिछले एक पखवाड़े के भीतर विदेश सचिव एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अमेरिका का दौरा कर चुके हैं। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान भी अमेरिका हाल ही में गये थे जहां हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में होने वाले समझौतों पर चर्चा हुई है।
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