'हिलेरी क्लिंटन ने परमाणु करार के लिए अमर सिंह से लिए थे लाखों डॉलर'
अमेरिकी चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने हिलेरी क्लिंटन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
वाशिंगटन, प्रेट्र। परिवार के ट्रस्ट के लिए चंदा (धन संग्रह) लेने के मामले में डोनाल्ड ट्रंप ने हिलेरी क्लिंटन को आड़े हाथों लिया है। ट्रंप ने राष्ट्रपति पद के लिए संभावित डेमोक्रेटिक उम्मीदवार पर भारत-अमेरिका परमाणु समझौते पर मत देने के एवज में भारतीय नेताओं और संस्थाओं से चंदा लेने का आरोप लगाया है। यह चंदा क्लिंटन फाउंडेशन के नाम पर लिया गया।
क्लिंटन फाउंडेशन को लेकर ये आरोप पहले भी लग चुके हैं लेकिन ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के मौके पर 35 पेज की एक पुस्तिका जारी करके क्लिंटन पर लगे आरोपों को नई हवा दी है। ट्रंप के अभियानकर्ताओं ने कहा है कि पुस्तिका में क्लिंटन से जुड़े 50 तथ्य दिए गए हैं।
पढ़ें- ट्रंप ने उठाया हिलेरी की धार्मिक आस्था पर सवाल
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट का हवाला देते हुए पुस्तिका में लिखा है कि 2008 में भारतीय राजनीतिज्ञ अमर सिंह ने क्लिंटन फाउंडेशन को 1,000001 डॉलर (6.78 करोड़ रुपये) और 5,000000 डॉलर (33.94 करोड़ रुपये) का चंदा दिया। अमर सिंह सितंबर 2008 में परमाणु समझौते के लिए लॉबींग करने के लिए सितंबर 2008 में अमेरिका आए थे। उस समय सिनेटर हिलेरी ने उन्हें आश्वस्त किया था कि डेमोक्रेट सांसद परमाणु समझौते का रास्ता नहीं रोकेंगे।
पुस्तिका में लिखा है कि भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) ने भी क्लिंटन फाउंडेशन को एक मिलियन डॉलर (6.78 करोड़ रुपये) का चंदा दिया था। पुस्तिका में आरोप लगाया गया है कि भारतीय-अमेरिकी राज फर्नाडो को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड में क्लिंटन के प्रभाव के चलते नियुक्त किया गया। कहा जाता है कि फर्नाडो ने भी क्लिंटन फाउंडेशन में मोटा चंदा दिया था। ट्रंप ने आरोप लगाया है कि क्लिंटन की विदेश नीति से हजारों जानें जाएंगी और अमेरिका के खरबों डॉलर व्यर्थ खर्च होंगे। यह सब आतंकी संगठन आइएस को खत्म करने के नाम पर होगा।