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परिजनों की मांग- गजेंद्र को मिले शहीद किसान का दर्जा

आम आदमी पार्टी की रैली में जान गंवाने वाले गजेन्द्र सिंह के परिजनों से मिलने उनके आवास पर अाप नेता संजय सिंह और कुमार विश्‍वास पहुंचे। उन्‍होंने गजेंद्र के पिरजनों से मिलकर उन्‍हें ढांढस बंधाया। बातचीत के दौरान परिजनों ने गजेंद्र को शहीद किसान का दर्जा दिए जाने की मांग

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Fri, 24 Apr 2015 03:40 PM (IST)Updated: Sat, 25 Apr 2015 12:52 AM (IST)
परिजनों की मांग- गजेंद्र को मिले शहीद किसान का दर्जा

जयपुर। आम आदमी पार्टी की रैली में जान गंवाने वाले गजेन्द्र सिंह के परिजनों से मिलने उनके आवास पर अाप नेता संजय सिंह और कुमार विश्वास पहुंचे। उन्होंने गजेंद्र के पिरजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। बातचीत के दौरान परिजनों ने गजेंद्र को शहीद किसान का दर्जा दिए जाने की मांग संजय सिंह से की। उन्होंने परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग की। परिजनों की मांगों पर संजय सिंह ने कहा कि वे इस बारे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बात करेंगे। आप नेताओं के आने के बाद गजेंद्र के गांव दौसा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

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इससे पहले, गजेंद्र के परिजनों ने कहा था कि वे आप की ओर से दिए जा रहे दस लाख रुपए नहीं चाहते। गजेन्द्र सिंह के भाई देवेंद्र सिंह का कहना है कि हमें आप की ओर से दिए जा रहे दस लाख रूपए नहीं चाहिए। उल्टे हम उन्हें एक करोड रूपए देते हैं, यदि वे हमारा भाई लौटा दें। देवेन्द्र सिंह पुलिस में कांस्टेबल हैं और भाई की मौत से काफी परेशान है। गजेन्द्र के एक और भाई विरेन्द्र सिंह का कहना है कि सरकारों को गजेन्द्र की बात तब सुननी चाहिए थी, जब वह मुश्किल में था।

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गौरतलब है कि गजेन्द्र का परिवार उनकी आत्महत्या की बात को पूरी तरह खारिज कर चुका है और उनकी मौत के लिए आप पार्टी के नेताओं को जिम्मेदर ठहरा चुका है। विरेन्द्र सिंह का कहना है कि इस मामले में जो कुछ हुआ वह जांच का विषय है और सरकार को इस पूरे मामले कीजांच करानी चाहिए, ताकि चीजें साफ हो सकें।

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उधर इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा माफी मांगे जाने के मामले में गजेन्द्र सिंह के पिता बने सिंह का कहना है कि अब माफी मांगने से क्या होता है। जो होना था हो चुका है। गजेन्द्र के बच्चे अनाथ हो गए हैं। हमारी उम्र हो चुकी है। ऐसे में अब क्या होगा।


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