धनबाद में कांग्रेस व भाजपा के बीच सीधा मुकाबला
धनबाद में वैसे तो एक दर्जन प्रत्याशी मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस के वर्तमान विधायक सूबे के पशुपालन मंत्री मन्नान मल्लिक व भाजपा के राज सिन्हा के बीच है। 2009 के विधानसभा चुनाव में भी ये दोनों मुख्य प्रतिद्वंद्वी थे।
धनबाद। धनबाद में वैसे तो एक दर्जन प्रत्याशी मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस के वर्तमान विधायक सूबे के पशुपालन मंत्री मन्नान मल्लिक व भाजपा के राज सिन्हा के बीच है। 2009 के विधानसभा चुनाव में भी ये दोनों मुख्य प्रतिद्वंद्वी थे। मन्नान मल्लिक बहुत ही कम 890 मतों के अंतर से जीते थे। मन्नान को 55,641 तथा राज को 54,751 मत मिले थे।
पिछले दफे हुई कांटे की टक्कर के कारण इस बार सबकी नजर इस सीट पर है। जहां तक गठबंधन का सवाल है तो मन्नान को राजद एवं जदयू का समर्थन प्राप्त है तो वहीं राज सिन्हा को लोजपा का। मन्नान मंत्री व विधायक के रूप में किए गए विकास कार्यो के बल पर मैदान में डटे हुए हैं वहीं राज सिन्हा को मोदी लहर का भरोसा है।
मन्नान की उम्र करीब 69 वर्ष है तो राज सिन्हा युवा हैं। राज सिन्हा ने मोदी लहर के साथ ही अपने युवा जोश का बारंबार इजहार कर रहे हैं। इसकी काट के लिए मल्लिक ने प्रचार के लिए जो होर्डिंग लगवायी है उसमें नारा है-अनुभव है, रफ्तार है, मन्नान फिर एक बार है।
तब और अब
2009 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नीरज सिंह को 17800 मत मिले थे। इनके अलावा निर्दलीय सदानंद महतो उर्फ मंटू महतो (9090), निर्दलीय युगल किशोर रिटोलिया (1269) और एमसीसी के अजय नारायण लाल (2600) मत मिले थे। उस समय चर्चा थी कि नीरज, अजय नारायण लाल व युगल किशोर ने भाजपा के वोटों में सेंधमारी की है। इस बार ये तीनों मैदान में नहीं हैं। मगर झाविमो के रमेश राही, एमसीसी के पवन महतो, झामुमो के भूपेंद्र कुमार, बसपा के त्रिवेणी दास मैदान में हैं।
हालांकि ये प्रत्याशी मुख्य मुकाबला में नहीं माने जा रहे हैं लेकिन पिछला अनुभव देखा जाय तो कांटे की टक्कर होने पर इनको मिले वोट जीत-हार का पलड़ा इधर से उधर से कर सकते हैं। धनबाद में चुनाव प्रचार के दौरान सड़क जाम, फ्लाईओवर, बेहतर अस्पताल, कोयलांचल विश्वविद्यालय, युवाओं को रोजगार, बिजली-पानी मुख्य समस्याओं के रूप में सामने आईं। सभी प्रत्याशियों ने एक-दूसरे पर प्रहार करते हुए इन्हें पूरा करने का वायदा किया है।
प्रचार के दौरान कोयला उद्योग के निजीकरण व केंद्रीय सरकारी कर्मियों की सेवानिवृत्ति उम्र 60 से 58 कर दिये जाने की आशंका भी हवा में लहराई। दो मुख्य प्रत्याशियों के पक्ष में हवा बनाने के लिए मोदी समेत कई स्टार प्रचारक यहां आये। अब जनता की बारी है कि वह किसके सिर पर ताज पहनाती है। मतदान का प्रतिशत भी जीत-हार के अंतर में महत्वपूर्ण साबित होगा।
धनबाद-2009
- मन्नान मल्लिक (कांग्रेस) - 55,6,41
- राज कुमार सिन्हा (भाजपा) - 54,7,51
- नीरज सिंह (निर्दलीय) - 17,8,01
- मंटू महतो (निर्दलीय) - 9090
धनबाद-2014
- कुल प्रत्याशी- 12
- कुल वोटर- 3,83,008
- पुरुष- 2,10,718
- महिला- 1,72,288
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