'जाधव तक नहीं हो पा रही राजनयिक पहुंच, कहना मुश्किल कि वो किन हालात में हैं'
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा जाधव की फांसी पर रोक लगाने के बाद भी भारतीय उच्चायोग का कोई अधिकारी उनसे मिल नहीं पाया है।
नई दिल्ली (पीटीआई)। पाकिस्तानी जेल में बंद कुलभूषण जाधव के मामले में विदेश मंत्रालय का कहना है कि गेंद अब आइसीजे (अंतरराष्ट्रीय न्यायालय) के पाले में है। अब भी जाधव से भारतीय उच्चायोग का कोई अधिकारी नहीं मिल सका है, इसलिए यह कहना मुश्किल है कि अब वो किन हालात में हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि पैरवी के लिए सरकार ने कानूनी टीम का गठन कर रखा है। आइसीजे में वो अब क्या साक्ष्य पेश करते हैं, यह उन पर निर्भर करता है। नेवी के अफसर की मां ने इस प्रकरण में कोई ताजा अपील दायर की है या नहीं, हमें इसका पता नहीं है।
उनका कहना है कि भारत ने पाक सरकार से वहां की अदालत में पेश हुए दस्तावेज मांगे थे, लेकिन ये उन्हें नहीं मिल सके हैं। हमें नहीं पता कि उन पर क्या चार्ज लगाए गए हैं। पाक सेना के पूर्व अधिकारी के इस बयान पर कि जाधव को ईरान से पकड़ा गया था, विदेश मंत्रालय का कहना है कि हम पहले से ही यह बात कहते आ रहे हैं कि नेवी अफसर को ईरान से पकड़कर पाकिस्तान में लाया गया।
यह भी पढ़ें: आइसीजे में उठेगा शहीद सौरभ कालिया का मामला
यह भी पढ़ें: जाधव मामले में संसदीय समिति ने पाकिस्तानी सरकार को लगाई लताड़