दिल्ली की हवा हुई जहरीली, प्रदूषित शहरों में शीर्ष पर
देश की राजधानी दिल्ली की खराब होती हवा पर संसद में गंभीर चिंता जताई गई। राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद संजय सिंह ने कहा कि हालत इतनी नाजुक है कि कई देशों ने अपने दूतावासों में नियुक्त होने वाले राजनयिकों की दिल्ली प्रवास की अवधि घटानी शुरू कर दी है।
नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली की खराब होती हवा पर संसद में गंभीर चिंता जताई गई। राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद संजय सिंह ने कहा कि हालत इतनी नाजुक है कि कई देशों ने अपने दूतावासों में नियुक्त होने वाले राजनयिकों की दिल्ली प्रवास की अवधि घटानी शुरू कर दी है।
राष्ट्रीय राजधानी प्रक्षेत्र (एनसीआर) देश का सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्र रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सिंह ने कहा कि देश में 16 प्रमुख प्रदूषित शहर हैं। इनमें दिल्ली शहर का वायु प्रदूषण सर्वाधिक है। यहां की हवा में सर्वाधिक रासायनिक तत्व घुले हैं, जिनमें नाइट्रोजन डाईआक्साइड, सल्फर डाई आक्साइड और कार्बन मोनो आक्साइड प्रमुख है। यह मसला सिंह ने शून्यकाल में उठाया। दिल्ली की हवा में प्रदूषण 163 माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूबिक है, जबकि कोलकाता में यह 154, मुंबई और हैदराबाद में 137-137 और चेन्नई में 84 माइक्रोग्राम है। जबकि आदर्श स्थिति 60 माइक्रोग्राम है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में स्थितियां खतरनाक है।
राजधानी के गंभीर वायु प्रदूषण को देखते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी और जापान जैसे देशों ने अपने दूतावासों में नियुक्त राजनयिकों की अवधि घटाकर तीन साल से दो साल करनी शुरू कर दी है। कई दूतावासों व राजनयिकों के आवासों में एयर प्यूरीफायर लगने शुरू हो गए हैं। संजय सिंह ने कहा कि इस खतरनाक स्थिति पर समय से ध्यान नहीं दिया गया तो हालात बद से बदतर हो सकते हैं।
निगरानी के लिए केंद्रीय तंत्र
केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि वह प्रदूषित दिल्ली की हवा पर नजर रखने के लिए एकीकृत निगरानी तंत्र स्थापित करने जा रही है। इससे दिल्ली की जनता को वायु प्रदूषण के संबंध में प्रामाणिक जानकारी मिलेगी। पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) और मौसम विभाग तीनों मिलकर दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर कितना है, इस पर निगरानी रखेंगी।