जासूसी के आरोप में ISI एजेंट के साथ पकड़ा गया बीएसएफ जवान
देश में लगातार आतंकी वारदातों की आशंकाओं के बीच पुलिस को अहम कामयाबी हाथ लगी है। पहले यूपी के मेरठ और उसके बाद कोलकाता में संदिग्ध आईएसआई को एसटीएफ को गिरफ्तार करने के बाद दिल्ली पुलिस रविवार को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े दो एजेंट को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ती आतंकी वारदातों की आशंकाओं के मद्देनजर पुलिस को अहम कामयाबी हाथ लगी है। पहले यूपी के मेरठ और उसके बाद कोलकाता में संदिग्ध आईएसआई को एसटीएफ की तरफ से गिरफ्तार किए जाने के बाद दिल्ली पुलिस रविवार को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े दो एजेंट को गिरफ्तार किया है।
इस गिरफ्तारी में खास बात ये है कि बीएसएफ का एक जवान भी शामिल है जिसे पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर धर दबोचा।
पुलिस के मुताबिक, एसीपी केपीएस मलहोत्रा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने कैफइतुल्लाह खान उर्फ मास्टर राजा और अब्दुल राशीद नाम के दो पाकिस्तानी एजेंट को गिरफ्तार किया है। इनमें मास्टर राजा जम्मू-कश्मीर के रजौरी का रहने वाला है, जबकि अब्दुल राशीद रजौरी में बीएसएफ के इंटेलिजेंस विंग में हेड कांस्टेबल पद पर तैनात है। दोनों की गिरफ्तारी ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत की गई है।
ऐसा कहा जा रहा है कि दोनों के पास से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े काफी अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। कैफइतुल्ला पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव यानि पाआईओ का हैंडलर बताया जा रहा है।
कैफइतुल्लाह ने पुलिस को बताया कि वह रजौरी में एक 10+2 स्कूल में लाइब्रेरी असिस्टेंट का काम करता है। पाकिस्तान यात्रा के दौरान ISI ने उसे पैसों का लालच दिया था, जिसके एवज में उसने खुफिया जानकारी पड़ोसी मुल्क को सौंपने का करार किया था। इसी को अंजाम देने के लिए उसने बीएसएफ और सेना में अपनी पहचान बनानी शुरू की और पीआईओ तक राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी पहुंचाता रहा।
गिरफ्तार एजेंट ने बताया कि वह पीआईओ को ईमेल, व्हाट्सअप और वाइबर के जरिए जानकारी भेजता था।पीआईओ ने उसे सुरक्षा बलों की तैनाती, एयरफोर्स ऑपरेशन आदि की जानकारी मुख्य तौर पर भेजने के लिए कहा था। बीएसएफ में तैनात अब्दुल राशिद कैफइतुल्लाह का रिश्तेदार है. उसने खुफिया जानकारी साझा करने के लिए बीएसएफ जवान को भी लालच दिया। बीएसएफ कांस्टेबल को कैफइतुल्लाह ने अपना मुख्य स्रोत बताया है।