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रक्षा कैंटीनों व सैनिकों के राशन में भी मैगी पर रोक

मैगी को लेकर केंद्र सरकार के सख्त कदम से नेस्ले इंडिया की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय उपभोक्ता शिकायत निपटारा आयोग (एनसीडीआरसी) में मामला दर्ज कराया है। राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग में अब मैगी की निर्माता कंपनी नेस्ले इंडिया के

By anand rajEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2015 12:51 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jun 2015 04:00 AM (IST)
रक्षा कैंटीनों व सैनिकों के राशन में भी मैगी पर रोक

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मैगी को लेकर केंद्र सरकार के सख्त कदम से नेस्ले इंडिया की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय उपभोक्ता शिकायत निपटारा आयोग (एनसीडीआरसी) में मामला दर्ज कराया है। राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग में अब मैगी की निर्माता कंपनी नेस्ले इंडिया के खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा। आयोग के 30 साल के इतिहास में सरकार द्वारा खुद शिकायत दर्ज कराने का यह पहला उदाहरण है।

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केंद्रीय उपभोक्ता मामले और खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने बुधवार को आनन-फानन में प्रेसवार्ता बुलाकर कहा कि सरकार उपभोक्ता हितों को नजरअंदाज नहीं कर सकती है। पासवान ने कहा कि मैगी में खाद्य संरक्षा व सुरक्षा से संबंधित मानकों को नकारा गया है, जबकि बच्चे इसे बहुत पसंद करते हैैं।

दिल्ली में 15 दिनों का प्रतिबंध

दिल्ली सरकार ने मैगी को असुरक्षित बताते हुए राष्ट्रीय राजधानी में इस पर 15 दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही अन्य नूडलों की जांच कराने का फैसला भी किया गया है। दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी इस पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। जम्मू-कश्मीर में बाहर से आने वाली मैगी की सप्लाई बंद हो गई है। पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, असम, तेलंगाना और तमिलनाडु में मैगी के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। दूसरी तरफ, महाराष्ट्र, केरल और गोवा से इसके लिए अच्छी खबर भी है। महाराष्ट्र और गोवा ने इसे क्लीन चिट दे दी है। प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद केरल ने लेड की मात्रा को निर्धारित सीमा के अंदर बताया है।


रक्षा कैंटीनों व सैनिकों के राशन में भी मैगी पर रोक
देशभर के 15 सौ केंद्रीय पुलिस भंडारों से मैगी को हटाया जाएगा। दूसरी तरफ, सेना और नौसेना ने भी अपने जवानों को मैगी नूडल्स का इस्तेमाल नहीं करने को कहा है। सेना की कैंटीनों को अगले आदेश तक इसकी बिक्री नहीं करने और नया स्टॉक खरीदने से भी मना किया गया है। सैनिकों को दिए जाने वाले विशेष राशन में फिलहाल मैगी को शामिल नहीं किया जाएगा। सीमा और ऊंचाइयों पर तैनात सैनिकों को विशेष राशन दिया जाता है।

तमिलनाडु में नेस्ले के मिल्क पाउडर में मिला जीवित लार्वा

देशभर में मैगी के खिलाफ बन रहे माहौल के बीच तमिलनाडु में नेस्ले के मिल्क पाउडर में जीवित लार्वा पाया गया है। स्वास्थ्य महकमे के एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि औषधि प्रशासन विभाग ने मिल्क पाउडर के कुछ नमूनों की जांच की थी। इसमें एक नमूने में जीवित लार्वा पाया गया है। उन्होंने कहा कि यह निर्धारित मानकों को भी पूरा नहीं करता है और इसे इस्तेमाल करने के लिहाज से असुरक्षित पाया गया है।

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