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दिल्ली गैंगरेप: जुवेनाइल होम में नाबालिग भी बेचैन

मजनू का टीला स्थित जुवेनाइल होम के स्पेशल होम में तीन साल की सजा काट रहा नाबालिग दोषी [अब बालिग हो चुका है] पिछले दो दिनों से बेचैन है। बेचैनी का आलम यह है कि वह ना तो ठीक से टीवी देख पा रहा है ना ही कोई काम कर रहा है।

By Edited By: Published: Thu, 12 Sep 2013 09:35 AM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2013 09:55 AM (IST)
दिल्ली गैंगरेप: जुवेनाइल होम में नाबालिग भी बेचैन

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। मजनू का टीला स्थित जुवेनाइल होम के स्पेशल होम में तीन साल की सजा काट रहा नाबालिग दोषी [अब बालिग हो चुका है] पिछले दो दिनों से बेचैन है। बेचैनी का आलम यह है कि वह ना तो ठीक से टीवी देख पा रहा है ना ही कोई काम कर रहा है।

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नाबालिग ने ही दिखाई थी सबसे ज्यादा दरिंदगी

पिछले दो दिनों से गुमसुम रहने के कारण उसके कमरे के बाहर सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। उसे कभी भी अकेला नहीं छोड़ा जाता। बाथरूम या कपड़ा धोने जाते समय भी उसका ध्यान रखा जाता है। सुरक्षाकर्मियों को खास हिदायत दी गई है कि नाबालिग को काफी समय तक शांत देखें तो उससे तुरंत बातचीत करें।

सबसे बड़े दरिंदे को 3 साल की मामूली सजा

जुवेनाइल होम के एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि पिछले दो दिनों से नाबालिग काफी बेचैन है। वो कमरे से बाहर नहीं निकल रहा। अधिकांश समय वह टीवी पर सिर्फ फिल्में देखता है। फिल्म देखते हुए अचानक वह समाचार चैनल लगा लेता है और सिर्फ वही चैनल देखता है जिसपर वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म के बाकी मुजरिमों की खबरें दिखाई जा रही होती हैं। हालांकि ऐसी खबरें भी वह ज्यादा समय तक नहीं देखता। खबर देखकर वह घबरा जाता है और जल्द ही चैनल बदल देता है। सूत्रों ने बताया कि नाबालिग सिर्फ अपना ध्यान भटकाने के लिए फिल्में देखता है। बाकी समय वह टीवी बंद कर कमरे में टहलता रहता है।

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