Move to Jagran APP

डांसर बनने की थी चाहत, बन गया जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी, जानें कैसे...

डांसर बनने की चाहत रखने वाले साजिद ने डांस रियलिटी शो के लिए ऑडिशन भी दिया लेकिन किस्‍मत ने उसे आतंकवाद की राह दिखा दी।

By Monika minalEdited By: Published: Thu, 05 May 2016 10:19 AM (IST)Updated: Thu, 05 May 2016 01:05 PM (IST)
डांसर बनने की थी चाहत, बन गया जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी, जानें कैसे...

नई दिल्ली। हिंडन एयरबेस पर हमले का आरोपी जैश-ए-मोहम्मद का साजिद अगर आतंकी न होता तो आज डांसर होता। साजिद ने डांस रियलिटी के लिए ऑडिशन भी दिया था और शायद सेलेक्ट भी हो जाता अगर पार्क में प्रैक्टिस के दौरान सामना मौलाना से नहीं होता।

loksabha election banner

जेल की सेल में रखे गए संदिग्ध आतंकी

मंगलवाार को दिल्ली पुलिस ने साजिद को गिरफ्तार कर लिया। वह हिंडन एयरबेस पर जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य संदिग्ध है।

धर्मगुरू मौलाना के अनुसार साजिद डांस और गाने में अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहा था। मंगलवार को गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान साजिद ने कहा, ‘उसने मुझे डांटा और कहा, गाने और डांस की ये जिंदगी मुझे दोजख में ले जाएगी। उसने मुझे बताया, मुझमें कुछ बड़ा करने का जुनून है लेकिन मुझे जिंदगी का वास्तविक लक्ष्य खोजना होगा जो मुझे जन्नत ले जाएगी।‘

जानें कब हुई साजिद की गिरफ्तारी

साजिद और मौलाना की कुछ और मुलाकातों से डांसर बनने वाले साजिद ने अपने हथियार डाल दिए। मौलाना ने उसे कुछ वेबसाइट्स दिखाए जहां वह मदद ले सकता था। साजिद साइबर कैफे के चक्कर लगाने लगा और एक दिन रंगोनूर.कॉम नाम के एक साइट पर पहुंच गया। इसके जरिए सदा-ए-मुजाहिद, एलान-ए-जंग और जिहाद-राह-ए-निजात तक पहुंचा।

साइट के भड़काऊ सामग्रियों से साजिद के समझ में यह आया की कुरान लोगों को धर्म के लिए हत्या सिखाता है। साजिद ने किताबें खरीदीं, क्लिप्स डाउनलोड किए ताकि जिहाद को अच्छे से समझ सके। महीने भर के अंदर साजिद ने जिहाद की राह पकड़ ली।

साजिद ने पूछताछ के दौरान बताया कि जिहाद में शामिल होने की खातिर वेबसाइट पर अपने नंबर भी छोड़े ताकि वेबसाइट के मालिक से संपर्क कर वह जिहाद का रास्ता अपना सके। लेकिन लंबे समय तक जवाब न मिलने पर वह निराश हो गया था। अचानक एक दिन अक्का की ओर से मैसेज आया जिसमें एक नंबर दिया गया था।

यह दो वर्ष पहले की घटना है। इसके बाद साजिद, एक दोस्त इमरान के जरिए देवबंद के शाकिर से मिला। गैजेट विक्रेता शाकिर और साजिद एक साथ हो गए। इसके बाद 50 सदस्यों वाले व्हाट्सएप ग्रुप में उसे जोड़ा गया।

व्हाट्सएप ग्रुप एडमिनिस्ट्रेटर ने अपना परिचय दिया। एडमिनिस्ट्रेटर जैश-ए-मोहम्मद का चीफ मौलाना मसूद अजहर का भाई तल्हा था। यहां साजिद को सब सीखने का आदेश दिया गया जिसमें आइइडी बम के साथ अन्य काम शामिल थे।

साजिद व अन्य ग्रुप मेंबर्स की नियमित रूप से मीटिंग शुरू हुई। ऐसी ही एक मीटिंग दिसंबर 2015 में गोकुलपुरी में हुई। मेंबर्स ने मुसलमानों पर होने वाले अत्याचारों का वीडियो दिखाया और युद्ध के लिए कहा। साजिद के अनुसार, हिंडन हमला उसके लिए एसिड टेस्ट था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.