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महाराष्ट्र के मंत्री नहीं खा पाएंगे मुफ्त की मलाई

मुंबई के पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री मधुकर देवराव चव्हाण और रा'यमंत्री गुलाब राव देवकर के घर मुफ्त में रोज पांच लीटर दूध, 15 बोतल लस्सी और 15 बोतल बंद दूध पहुंचाने पर रोक लगा दी गई है। अब राज्य का दुग्ध मंत्री होने के बाद भी मंत्रियों को मुफ्त में दूध नहीं मिलेगा। गौरतलब है कि काफी दिनों से दोनों के सरकारी आवास पर सुबह वर्ली के आरे डेयरी से दो दल आकर दूध की डिलीवरी कर जाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। डेयरी बताती है कि यह डिलीवरी सरकारी काम के लिए दी जाती है, लेकिन मंत्री अपने निजी काम के लिए इस दूध का इस्तेमाल करते हैं।

By Edited By: Published: Tue, 18 Dec 2012 12:34 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2012 03:16 PM (IST)
महाराष्ट्र के मंत्री नहीं खा पाएंगे मुफ्त की मलाई

विनोद कुमार मेनन, मुंबई। महाराष्ट्र के पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री मधुकर देवराव चव्हाण और राज्यमंत्री गुलाब राव देवकर के घर मुफ्त में रोज पांच लीटर दूध, 15 बोतल लस्सी और 15 बोतल बंद दूध पहुंचाने पर रोक लगा दी गई है। अब राज्य का दुग्ध मंत्री होने के बाद भी मंत्रियों को मुफ्त में दूध नहीं मिलेगा।

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गौरतलब है कि काफी दिनों से दोनों के सरकारी आवास पर सुबह वर्ली के आरे डेयरी से दो दल आकर दूध की डिलीवरी कर जाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। डेयरी बताती है कि यह डिलीवरी सरकारी काम के लिए दी जाती है, लेकिन मंत्री अपने निजी काम के लिए इस दूध का इस्तेमाल करते हैं।

देवकर के एक कर्मचारी ने इस बारे में बताया कि इस मंत्री साहब को यह सेवा निशुल्क मिलती है। क्योंकि वह राज्य मंत्री हैं। यही नहीं डेयरी पिछले साल से ही घाटे में चल रही हैं, ऐसे में डेयरी के लिए यह सेवा प्रदान करना काफी कठिन है।

कर्मचारी ने बताया कि सुबह नौ से साढ़े नौ बजे के बीच दोनों मंत्रियों के सरकारी आवास पर गाड़ी जाती है। इसमें 10 लीटर दूध, 200 मिली के 30 बोतल लस्सी और 200 मिली के 300 बोतल बंद दूध भेजा जाता है। उसने बताया कि इस सामान को रजिस्टर पर कहीं भी चढ़ाया नहीं जाता और न ही इसका कोई बिल बनता है। बिना गेट पास या रसीद के ही गाड़ी डेयरी से निकलती है। डेयरी के तीन कर्मचारी दोनों मंत्रियों के घर तक दूध एवं दूध उत्पाद पहुंचाते हैं।

राज्य दूध वितरण एवं परिवहन एसोसिएशन के अध्यक्ष नाइक ने बातचीत में स्वीकार किया था कि मंत्रियों के यहां सप्लाई वर्षो से जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डेयरी के दो कर्मचारी मंत्री के आवास पर नौकर हैं और उनके वेतन का भुगतान डेयरी के द्वारा किया जाता है।

उधर, डेयरी विकास आयुक्त डी डी कुलकर्णी ने कहा कि मंत्री के आवास पर सप्लाई तभी जाता है जब कोई मीटिंग होती है। प्रतिदिन सामान भेजे जाने की बात गलत है।

[मिड डे]

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