आतंक के खिलाफ अभियान को झटका
उत्तर प्रदेश में दादरी के बिसाहड़ा गांव की घटना से आतंकवाद के खिलाफ गृहमंत्रालय के अभियान को झटका लग सकता है। मुस्लिम युवाओं में कट्टरपंथ खत्म करना (डी-रेडिकलाइजेशन और काउंटर-रेडिकलाइजेशन) इस अभियान की अहम कड़ी है।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में दादरी के बिसाहड़ा गांव की घटना से आतंकवाद के खिलाफ गृहमंत्रालय के अभियान को झटका लग सकता है। मुस्लिम युवाओं में कट्टरपंथ खत्म करना (डी-रेडिकलाइजेशन और काउंटर-रेडिकलाइजेशन) इस अभियान की अहम कड़ी है। बिसाहड़ा कांड से चिंतित गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। जिसमें देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को नुकसान पहुंचाने वाली घटनाओं के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनाते हुए ऐसा करने वालों से सख्ती के साथ निपटने के लिए कहा गया है। ऐसी घटना दोबारा ना हो, इसके लिए जरूरी कदम उठाने की एडवाइजरी उत्तर प्रदेश सरकार को पहले ही जारी की जा चुकी है।
ऐसी घटनाओं को रोकना जरूरी
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों के साथ-साथ आइएसआइएस भी भारतीय युवाओं में कट्टरपंथी भावना भरने की कोशिश कर रहा है। इसके कई उदाहरण देखने को मिले हैं। इससे बचने से लिए डी-रेडिकलाइजेशन और काउंटर-रेडिकलाइजेशन का अभियान चलाया जा रहा है। इसके परिणाम भी देखने को मिलने लगे थे। लेकिन दादरी जैसी घटना से इस अभियान को धक्का लग सकता है। ऐसी घटनाओं से मुस्लिम युवाओं में कट्टरपंथी भावना भड़कने और उनके आतंकी संगठनों के संपर्क में आने की संभावना बढ़ जाती है, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर ऐसी घटनाओं को रोकना जरूरी है।
सख्ती करें राज्य
वैसे तो कानून-व्यवस्था राज्य सरकार का विषय होने के कारण गृह मंत्रलय सीधे पर ऐसी घटनाओं में हस्तक्षेप नहीं कर सकता है। लेकिन सोमवार को सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी कर ऐसी घटनाओं से कड़ाई से निपटने को कह दिया गया है। राज्य सरकारों को देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को नुकसान पहुंचाने की साजिशों के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनाने को कहा गया है। यही नहीं, ऐसी घटनाओं के आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।