समाज में सांस्कृतिक अधिनायकवाद आर्थिक ताकत से बड़ी हो रही है- कृष्णा
टी एम कृष्णा फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ की रिलीज और एमएनएस द्वारा दी जा रही धमकी के मुद्दे पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
तिरुवंतपुरम, प्रेट्र। भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच कलाकारों पर लग रहे प्रतिबंध को लेकर रमन मैगसेसे अवार्ड विजेता टी एम कृष्णा ने कहा है कि पहले सांस्कृतिक अधिनायकवाद आर्थिक ताकत से काफी मजबूत हुआ करती थी और इन दिनों बॉलीवुड में जो घटनाक्रम चल रहा है, ये उसी ताकत का एक और उदाहरण है।
कोवलम लिटरेचर फेस्टिवल में हिस्सा ले रहे टी एम कृष्णा फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ की रिलीज और एमएनएस द्वारा दी जा रही धमकी के मुद्दे पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड के पास दुनियाभर का पैसा है लेकिन जब भी इस तरह का सांस्कृतिक विरोध होता है तो आप सारी दौलत होने के बावजूद उस दवाब के आगे झुक जाते हैं।
कृष्णा ने कहा कि करन जौरह की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ दिवाली को रिलीज होने वाली थी लेकिन उड़ी हमले के बाद से एमएनएस के विरोध के बाद से फिल्म चर्चा में है क्योंकि फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान ने काम किया है। उन्होंने कहा कि करन जौहर और महेश भट्ट ने देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और जनता को ये आश्वासन दिया कि अब से वो पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे।
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