सीआरपीएफ जवान तैनाती वाली जगह रख सकेंगे परिवार
सीआरपीएफ एक नई तैनाती नीति पर काम कर रहा है। इसके तहत नक्सलियों और आतंकियों से मुकाबला कर रहे उसके अधिकारी और जवान तैनाती वाले इलाके में अपने परिवार भी साथ रख सकेंगे। इस कदम से उनमें तनाव दूर करने में मदद मिलेगी।
नई दिल्ली। सीआरपीएफ एक नई तैनाती नीति पर काम कर रहा है। इसके तहत नक्सलियों और आतंकियों से मुकाबला कर रहे उसके अधिकारी और जवान तैनाती वाले इलाके में अपने परिवार भी साथ रख सकेंगे। इस कदम से उनमें तनाव दूर करने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने इस बारे में एक नई रोटेशन पॉलिसी का प्रस्ताव गृह मंत्रालय को सौंपा है। ताकि वह खराब हालात वाले इलाकों में नक्सलरोधी अभियानों और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में बटालियनों को प्रभावशाली तरीके से संचालित कर सके।
इससे बल के तनाव को दूर करने में मदद मिलने की उम्मीद है। सीआरपीएफ के महानिदेशक प्रकाश मिश्रा ने कहा, 'यह सच्चाई है कि सीआरपीएफ की 80 फीसद तैनाती दूसरे बलों के मुकाबले अशांत इलाकों में होती है।' उन्होंने बताया कि आदर्श तरीका यह है कि 50 फीसद जवानों को बारी-बारी से कठिन से शांत इलाके में तैनात किया जाना चाहिए, जिसका प्रस्ताव रखा गया है।
मिश्रा ने कहा, 'यह कदम जवानों के लिए बड़ा प्रेरक होगा क्योंकि उन्हें कुछ समय तक अपने परिवारों को अपने साथ रखने का मौका भी मिलेगा। फिलहाल हमारे जवानों को अपने साथ परिवार रखने का बामुश्किल कोई मौका मिलता है।' विभिन्न राज्यों में नक्सलरोधी अभियानों के लिए कुछ कड़े बदलाव करने वाले महानिदेशक ने बताया कि तनाव दूर करने के लिए योगा और सामुदायिक खेलों जैसे नए कार्यक्रम की भी योजना बनाई जा रही है।