भांजी भगाने की सजा, एक रात के लिए बेटी सौंपने का फरमान
पंचायती फैसलों की कीमत चुकाती आ रही नारी एक बार फिर अपनों के जुल्म की सजा में दांव पर लग गई है। किशोरी भगाने के मामले में इंसाफ की तौहीन कर पंचायत ने आरोपी युवक पक्ष को एक रात के लिए अपनी बेटी किशोरी पक्ष के युवकों को सौंपने का
शामली। पंचायती फैसलों की कीमत चुकाती आ रही नारी एक बार फिर अपनों के जुल्म की सजा में दांव पर लग गई है। किशोरी भगाने के मामले में इंसाफ की तौहीन कर पंचायत ने आरोपी युवक पक्ष को एक रात के लिए अपनी बेटी किशोरी पक्ष के युवकों को सौंपने का फरमान सुना डाला है।
उत्तर प्रदेश के कांधला थानाक्षेत्र निवासी पांच बच्चों के पिता का अपनी फुफेरी बहन की नाबालिग बेटी से प्रेम हो गया। कई दिनों पूर्व मामा-भांजी फरार हो गए। बिरादरी के लोगों के दबाव बनाने पर मामा अपनी प्रेमिका भांजी को लेकर आ गया। इसके बाद पीडि़त पक्ष के लोगों ने अपने समाज की पंचायत की। इसमें आरोपी पक्ष ने पीडि़त परिवार को 50 हजार रुपये देने का प्रस्ताव रखा, लेकिन पीडि़तों ने इस पेशकश को नहीं माना। उन्होंने मांग रखी कि आरोपी युवक उक्त किशोरी से निकाह करे, लेकिन इस पर बात नहीं बनी। तब पंचायत ने फरमान सुनाया कि आरोपी पक्ष अपने परिवार की एक बेटी एक रात के लिए पीडि़त पक्ष के युवकों को सौंप दें, इसके बाद ही फैसला होगा। इस पर पंचायत में तनाव बढ़ गया। थानाध्यक्ष पंकज वर्मा ने कहा कि मामले का पता करवाया जा रहा है।