आज से बैंक खाते में आएगी रसोई गैस सब्सिडी
देशभर में रसोई गैस पर सब्सिडी पहली जनवरी से एलपीजी कनेक्शन धारकों के बैंक खाते में जाएगी। एलपीजी ग्राहकों के बैंक खाते में 568 रुपये आएंगे, लेकिन उपभोक्ताओं को खुद बाजार भाव पर गैस सिलेंडर खरीदना होगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देशभर में रसोई गैस पर सब्सिडी पहली जनवरी से एलपीजी कनेक्शन धारकों के बैंक खाते में जाएगी। एलपीजी ग्राहकों के बैंक खाते में 568 रुपये आएंगे, लेकिन उपभोक्ताओं को खुद बाजार भाव पर गैस सिलेंडर खरीदना होगा। रसोई गैस का यह सिलेंडर बाजार भाव पर दिल्ली में 752 रुपये में उपलब्ध होगा। हालांकि स्थानीय करों के अनुसार बाकी शहरों में इसकी कीमत अधिक होगी। फिलहाल सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का मूल्य दिल्ली में 417 रुपये है।
सरकार ने बैंक खाते में सीधे जाने वाली रसोई गैस सब्सिडी की इस योजना का नया नाम पहल (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) रखा है। पहले इसका नाम डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटीएल) था। इसकी शुरुआत जून, 2013 में तत्कालीन संप्रग सरकार ने की थी, लेकिन अदालत के आदेशों के बाद 2014 के शुरू में इसे बंद कर दिया गया। पहले इसका लाभ लेने के लिए एलपीजी ग्राहकों के पास आधार नंबर होना जरूरी था, लेकिन अब सरकार ने इसकी बाध्यता खत्म कर दी है। अब जिन लोगों के पास आधार नंबर नहीं हैं, वे अपना बैंक खाता देकर इस योजना में शामिल हो सकेंगे। जिन ग्राहकों के पास आधार नंबर नहीं है, उन्हें एक 17 अंकों वाली की एलपीजी आइडी (पहचान संख्या) मिलेगी। इसके जरिये वे अपने बैंक खाते की संख्या एजेंसी के पास जमा करा सकेंगे। इस योजना के लागू होने पर रसोई गैस की सब्सिडी की लीकेज रुकने की संभावना है।
राजग सरकार ने 15 नवंबर, 2014 से चुनिंदा 54 जिलों में पहल योजना शुरू की थी। बाकी देश में यह गुरुवार से लागू हो रही है। इस योजना की खास बात यह है कि एलपीजी ग्राहकों को 14.2 किलो गैस के 12 सिलेंडर खरीदने के लिए ही सब्सिडी मिलेगी। अगर उन्हें इससे अधिक जरूरत है तो उन्हें बाजार भाव पर सिलेंडर खरीदना पड़ेगा। हालांकि पांच किलो वजन वाले 34 सिलेंडरों के लिए सब्सिडी मिलेगी। सरकार हर महीने अगला सिलेंडर खरीदे जाने से पहले ही एलपीजी ग्राहकों के बैंक खाते में सब्सिडी भेज देगी। इसी राशि से वे सिलेंडर खरीद सकेंगे। देशभर में एलपीजी ग्राहकों की संख्या 14 करोड़ है।