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शनि शिंगणापुर में महिला के तेल चढ़ाने पर बवाल, मंदिर का किया शुद्धिकरण

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में शिरडी के नजदीक बने प्रसिद्ध शनि शिंगणापुर मंदिर में एक महिला श्रद्धालु के भगवान शनि की मूर्ति को तेल चढ़ाने से बवाल मच गया।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2015 02:42 AM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2015 07:57 AM (IST)
शनि शिंगणापुर में महिला के तेल चढ़ाने पर बवाल, मंदिर का किया शुद्धिकरण

मुंबई । महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में शिरडी के नजदीक बने प्रसिद्ध शनि शिंगणापुर मंदिर में एक महिला श्रद्धालु के भगवान शनि की मूर्ति को तेल चढ़ाने से बवाल मच गया। घटना से ग्रामीणों में रोष फैला तो मंदिर ट्रस्ट ने शुद्धीकरण की रस्म कर विवाद को और गहरा दिया। ट्रस्ट ने लापरवाही बरतने के लिए मंदिर के सात सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया है। इस मामले ने कुछ मंदिरों में महिलाओं के प्रवेश पर रोक को लेकर नई बहस छेड़ दी है।

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सीसीटीवी कैमरे से खुलासा

शनिवार को शिंगणापुर में हुई इस घटना का खुलासा सीसीटीवी कैमरे से रविवार को हुआ। फिर हड़कंप मच गया। कैमरे में एक महिला दर्शनार्थियों के बीच से निकलते हुए फटाफट नौ सीढि़यां चढ़कर शनि महाराज के चबूतरे पर पहुंचती व मूर्ति को तेल चढ़ा उतरती दिखाई दे रही है। इसके बाद वह भीड़ में गायब हो जाती है।

मंदिर का दुग्धाभिषेक

प्राचीन मंदिर की परंपरा खंडित होने की घटना का खुलासा होते ही मंदिर कमेटी हरकत में आई। उसने तत्काल सात सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया। ग्रामीणों ने घटना के विरोध में रविवार सुबह मंदिर बंद रखा और मूर्ति के शुद्धीकरण के लिए दुग्धाभिषेक किया।

बंबई हाई कोर्ट ने कायम रखी परंपरा

मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि पिछले 400 साल से महिलाओं का मूर्ति पर तेल चढ़ाना वर्जित है। बंबई हाई कोर्ट ने भी मंदिर की इस परंपरा को बदलने से इन्कार किया था।

-महिलाओं पर कहां-कैसे प्रतिबंध

-केरल के सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं को प्रवेश नहीं मिलता।

-केरल के ही पद्मनाभ मंदिर में कई जगह महिलाओं का प्रवेश वर्जित है।

-विदेश में यह हाल

-वेटिकन सिटी, जहां पोप रहते हैं, वहां महिलाओं को वोटिंग अधिकार नहीं।

-तुर्की में महिलाएं नौकरी नहीं कर सकतीं।

-ईरान में महिलाएं फुटबॉल मैच नहीं देख सकतीं।

शिंगणापुर में नहीं लगते ताले

-मंदिर में पांच फुट ऊंची शनि महाराज की मूर्ति खुले आसमान में रखी है

-ट्रस्ट का दावा है कि यह 400 साल पुराना है

-न मंदिर में न गांव के घरों में ताले लगते हैं

-गांव के 4000 घरों में दरवाजे तक नहीं हैं

-मंदिर में अब लाखों रुपये चढ़ावा आता है

प्रतिक्रियाएं

'शनि महाराज को तेल चढ़ाने वाली महिला का सम्मान होना चाहिए।'

-प्रणिति शिंदे, कांग्रेस विधायक

'महिला के साहस को सलाम। यह क्रांतिकारी घटना है।'

-रंजना गाविंद, महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति

'सनातन धर्म व किसी धर्मग्रंथ में नहीं लिखा कि शनि की पूजा महिला नहीं कर सकती। जिन्होंने महिला का अपमान किया व कर्मियों को निलंबित किया वे माफी मांगें।'

रमेश जोशी, पदाधिकारी शनिधाम ट्रस्ट


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